कुछ महीने पहले उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक युवती का बलात्कार हुआ था। बलात्कार के बाद पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाने के लिए हिम्मत दिखाई परन्तु उसकी हिम्मत ने आज उसकी जान ले ली है। पीड़िता जब केस की सुनवाई के लिए रायबरेली न्यायालय जा रही थी तब पीड़िता के साथ बलात्कार करने वाले आरोपियों ने मारपीट की उसके बाद उस पार चाकुओं से वार किया। अंत में पीड़िता को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया।

पीड़िता ने खुद को बचाने का हर संभव प्रयास किया। उसने जलते हुए 1 किलोमीटर तक की दौड़ लगाई थी। बाद में उसे किसी तरह अस्पताल पहुंचाया गया। पीड़िता की हालत गंभीर होती देखकर उसे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल पहुंचाया गया जहाँ पीड़िता ने कल रात दम तोड़ दिया।

पीड़िता के मरने के बाद उसके पिता ने मीडिया से बात की और कहा "मैं सरकार और प्रशासन से बस यही चाहता हूँ कि जैसा हैदराबाद में हुआ, वैसे ही आरोपियों को फाँसी दे दी जाए या गोली मार दी जाए। मैं लालची नहीं हूँ। मैं कोई मकान नहीं बनवाना चाहता। मुझे कुछ नहीं चाहिए।"

पीड़िता के भाई बहन ने भी न्याय की मांग करते हुए कहा "उन अपराधियों का भी वही हश्र होना चाहिए जो उसकी बहन ने झेला। उसने मुझसे मिन्नत की कि भाई मुझे बचा लो। मैं बहुत दुखी हूँ कि मैं उसे बचा नहीं सका।"