ताइवान की संसद ने 17 मई 2019 को समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने वाले बिल को मंज़ूरी दे दी है।समलैंगिकों की शादी को मंजूरी देने वाला ताइवान एशिया का पहले देश बन गया है।ताइवान का यह कदम एलजीबीटी अधिकारों मजबूत करने की दिशा में एक कदम कहा जा रहा है।
जैसे ही ताइवान की संसद में यह ऐतिहासिक कानून पारित हुआ समलैंगिक अधिकार के पक्ष में प्रदर्शन करने वाले लोगों ने खुशियां मनाई।इस फैसले के बाद से ताइवान में खुशी की माहौल है।
Good morning #Taiwan. Today, we have a chance to make history & show the world that progressive values can take root in an East Asian society.
— 蔡英文 Tsai Ing-wen (@iingwen) May 17, 2019
Today, we can show the world that #LoveWins. pic.twitter.com/PCPZCTi87M
बता दे इसके लिए मई 2017 में ताइवान की संवैधानिक अदालत में इसका मुद्दे जिक्र शुरू हुआ था। जब भी समलैंगिकों की शादी की मंजूरी के लिए अपील की गयी थी तो तब ताइवान की संसद इसे अस्वीकार कर दिया था। ताइवान के जजों ने अपने इस आदेश के तहत संसद को इस संबंध में नया कानून बनाने या मौजूदा कानून में ही संशोधन हेतु दो साल का समय दिया था।फिर अब दो साल बाद इस बिल को पास किया है।
बता दे इस मुद्दे को लेकर देश में काफी बहस हुई थी और यह दो भागों में बंट गया था। ताइवान में बड़ी संख्या में समलैंगिक समुदाय के लोग रहते हैं।शुक्रवार सुबह से ताइवान की संसद के बहार समलैंगिक विवाह के पक्ष में प्रदर्शन करने वाले हजारों लोग जमा हो गए। संसद से एलजीबीटी समुदाय के पक्ष में फैसला के आते ही वे लोग खुशी से झूम उठे। समलैंगिक विवाह को मंजूरी देने वाला यह कानून 24 मई 2019 से लागु होगा।