पिछले दिनों महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक उलटफेर के बाद राजनीतिक गहमागहमी बढ़ी हुई है। जहाँ कल विपक्ष ने विधायकों की परेड करवा कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया वहीं आज सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले पर अपना फरमान सुना दिया है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले में सुनाये गए फरमान में कहा गया है की महाराष्ट्र में कल यानी 27 नवंबर को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट करना ही होगा। आदेश में कहा गया है की फडणवीस सरकार को अगले 30 घंटे में बहुमत साबित करना ही होगा।
ख़बरों के अनुसार देवेंद्र फडणवीस की सरकार को कल यानी बुधवार शाम पांच बजे तक बहुमत साबित करना होगा। महाराष्ट्र विधानसभा में जो फ्लोर टेस्ट कराया जाएगा, उसका लाइव प्रसारण होगा। पहले प्रोटेम स्पीकर सभी नए विधायकों को शपथ दिलाएंगे और फिर फ्लोर टेस्ट होगा।
सुप्रीम कोर्ट के अंदर जस्टिस एनवी रमण, अशोक भूषण और संजीव खन्ना की पीठ के समक्ष शिवसेना की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि उनके गठबंधन के पास 154 विधायकों के हलफनामे हैं और भाजपा को 24 घंटे में अपना बहुमत सिद्ध करने के लिए कहा जाना चाहिए।
केंद्र ने पीठ से कहा कि 23 नवंबर को सबसे बड़े दल को सरकार गठित करने के लिए आमंत्रित करना राज्यपाल का विवेकाधिकार था। एसजी तुषार मेहता ने पीठ से कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को सरकार गठित करने के लिए घूम-घूमकर यह पता लगाने की आवश्यकता नहीं है कि किस दल के पास बहुमत है।