श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार धमाकों में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 500 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस खतरनाक आतंकी हमले की ज़िम्मेदारी आतंकी संगठन आईएस ने ली थी। इस हमले के बाद से ही श्रीलंका का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। मुस्लिमों का कहना है कि इस हमले के बाद से उन्हें देशभर में उनके समुदाय के लोगों को प्रताड़ित करने की शिकायतें मिल रही हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका में हिंसा एक फेसबुक पर किये पोस्ट के बाद शुरू हुई है। दरअसल फेसबुक पोस्ट में कमेंट लिखा था “हमें कोई रुला नहीं सकता’। इस पोस्ट पर एक मुस्लिम शख्स ने जवाब दिया “ज्याद मत हंसो, एक दिन तुम रोओगे। इस फेसबुक पोस्ट के जारी होने के बाद श्रीलंका उत्तर पश्चिम चिलाव में तनाव फैल गया और इसके बाद ईसाई समुदाय के लोग कमेंट करने वाले मुस्लिम व्यक्ति पर भड़क उठे और उसे खूब मारा।
स्थानीय नागरिकों के मुताबिक उस व्यक्ति की पहचान अब्दुल हमीद मोहम्मद हसमर के तौर पर हुई। फिर उन्होंने बताया कि 38 वर्षीय हसमर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। श्रीलंका के उत्तर पश्चिम में स्थित चिलाऊ क्रिश्चियन बाहुल्य इलाका है और हसमर की इस पोस्ट को यहां धमकी के तौर पर देखा गया। जिसके बाद से यहा का माहौल बिगड़ गया और ईसाई लोगो ने पहले हसमर को मारा फिर उन्होंने तीन मस्जिदों और मुस्लिम नागरिक की दुकान पर पत्थरबाजी की। ये दुकान हसमर की ही बताई जा रही है।
माहौल इतना खराब हो गया था जिसके बाद श्रीलंका पुलिस ने वंहा के लोगो को शांत किया और पुलिस प्रवक्ता रुवान गुणशेखर ने कहा- चिलाऊ में तनाव को देखते हुए तुरंत कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। इस घटना के बाद पुलिस ने उस इलाके में सोशल मीडिया पर बैन लगा दिया ताकि देश में शांति का माहौल बना रहे।