इस साल पुलवामा हमले और न्यूज़ीलैंड में हुए आतंकी हमले के बाद एक और खतरनाक हमले की खबर सामने आयी है। श्रीलंका में गिरजाघरों और फाइव स्टार होटलों में रविवार को ईस्टर के मौके पर हुए आत्मघाती हमलों में एक के बाद एक आठ बम धमाके हुए। श्रीलंका में हुआ यह अभी तक सबसे घातक आतंकी हमला बताया जा रहा है। इन बम धमाकों में अभी तक 290 लोगों की मौत की पुष्टि को चुकी है और करीब 500 लोग घायल हो चुके है।

पुलिस के प्रवक्ता ने बताया की पहला धमका ईस्टर प्राथना के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी गिरजाघर में । इसके बाद पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर और बट्टिकलोवा के जियोन गिरजाघर में धमाके हुए। कोलंबो के तीन पांच सितारा होटलों - शांगरी ला, सिनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी को भी निशाना बनाया गया। इन आठ धमाकों में 6 धमाके करीब सुबह 8:45 पर हुए और बाकी दो धमाके दोपहर में दो से ढाई बजे के बीच कोलंबो में हुए।

धमाकों के बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चालू किया था इस दौरान पुलिस को कोलंबो एयरपोर्ट पर पाइप बम बरामद हुआ था जिसे सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया। एयरपोर्ट पर बम मिलने के बाद यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। श्रीलंका के पर्यटन विभाग के चेयरमैन किशु गोम्स ने बताया कि इन धमाकों में 33 विदेशी नागरिक मारे गये हैं। जिसमे 12 विदेशी लोगों के होने की पुष्टि की गई है।

हमला क्यों हुआ, किसने किया, कुछ पता नहीं लेकिन श्रीलंका के रक्षा मंत्री विजेयवर्धने ने सीरियल धमाकों को आतंकी हमला कहा है। रक्षा मंत्री ने धार्मिक कट्टरपंथियों को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत श्रीलंका की जनता के साथ है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “श्रीलंका में हुए भयावह विस्फोटों की निंदा करता हूं. हमारे क्षेत्र में इस प्रकार की बर्बरता के लिए कोई स्थान नहीं है।”