प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के दौरे पर गए हुए है जहाँ उन्होंने गुरुवार को मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया। बता दें कि नाइक भारत में कट्टरपंथ को भड़काने और मनीलॉन्ड्रिंग के मामले में एक वांटेड अपराधी है। पिछले साल भारत ने मलेशिया से नाईक को प्रत्यर्पित करने के लिए कहा था, परन्तु तब भारत के आग्रह को खारिज कर दिया गया था।
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा, 'पीएम मोदी ने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया है. दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई है कि ये मुद्दा दोनों देश के लिए काफी अहम है। लिहाजा दोनों देश के अधिकारी इस मसले पर एक दूसरे के सम्पर्क में रहेंगे।'
रूस के पूर्वी सुदूर क्षेत्र में पूर्वी आर्थिक मंच (ईईएफ) की पांचवीं बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री से बात की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, 'व्लादिवोस्तोक में बैठकें जारी हैं। प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-मलेशिया सहयोग को विविधता पूर्ण बनाने के तरीकों पर चर्चा की ताकि दोनों देशों के लोगों की भलाई हो सके।'
Meetings continue in Vladivostok.
— PMO India (@PMOIndia) September 5, 2019
Prime Ministers @chedetofficial and @narendramodi discuss ways to diversify India-Malaysia cooperation for the benefit of people in both countries. pic.twitter.com/hbSjDUcMpz
बता दें कि नाइक बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आतंकी हमले के पश्चात 1 जुलाई, 2016 को देश से बाहर चला गया था। बांग्लादेश ने दावा किया था कि नाइक के भाषणों से हमले में शामिल आतंकवादी प्रेरित थे। फिर नाइक भारत से मलेशिया चले गए। मलेशिया एक मुस्लिम देश है। वहां के कई बड़े मुस्लिम धार्मिक संगठनों के अतिरिक्त शीर्ष नेताओं से जाकिर के रिश्ते काफी बढ़िया हैं। ज़ाकिर नाइक ने पिछले महीने ही मलेशिया में भी विवादित बयान दिया था।