बीती रात आंध्रप्रदेश की विधनसभा में आंध्रप्रदेश राज्य की तीन राजधानी बनाने के लिए इससे सम्बंधित बिल को मंजूरी मिल गई है। इस बिल को केबिनेट बैठक में मंजूरी मिली थी जिसके बाद मुख़्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की सरकार ने इसे पेश किया था। इस बिल के अनुसार आंध्रप्रदेश की तीन राजधानी होगी। इस बिल में विशाखापट्टनम को कार्यकारी, अमरावती को विधायी और कुर्नूल को न्यायिक राजधानी बनाया गया। सरकार ने इसे राज्य के विकास के लिए जरुरी बताया है।
बिल के पास होने के बाद इस बिल का विरोध भी शुरू हो गया है। अमरावती में करीब हजारों की संख्या में किसान और महिलाएं सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए विधानसभा परिसर तक पहुंच गए थे। पुलिस ने इन्हे तितर-बितर करने के लिए सभी पर लाठीचार्ज किया तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव किया जिसमे 6 लोग घायल हो गये।
विपक्ष ने भी इस बिल का खूब विरोध किया। विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में तेलगु देशम पार्टी के नेताओं ने विधानसभा के मुख्य द्वार से विधानसभा के अंदर तक पैदल मार्च किया। मुख्यमंत्री के संबोधन में व्यवधान डालने के लिए टीडीपी के 17 विधायकों को निलंबित कर दिया गया और नारेबाजी कर रहे विधायकों को मार्शलों ने सदन से बाहर किया। इसके बाद इन विधायकों के साथ चंद्रबाबू नायडू को पुलिस की हिरासत में लिया गया और उन्हें उनके घर छोड़ दिया गया।
इस पर चंद्रबाबू नायडू ने कहा "दुनिया में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां तीन राजधानी हों। यह एक काला दिन है, हम अमरावती और आंध्र प्रदेश को बचाना चाहते हैं। केवल वह ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में लोग इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और सड़कों पर हैं। सरकार सबको गिरफ्तार कर रही है। यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।"