भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। विश्व से कई श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल होने एवं भगवान जगन्नाथ जी के दर्शन करने के लिए आते है। इस पूरी यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते है। इस यात्रा के दौरान यात्रा मार्ग पर पाँव रखने की जगह भी नहीं होती है और इस भीड़ को व्यवस्थित रूप से आगे ले जाना और यात्रा को बिना किसी समस्या के आगे पहुंचाने की ज़िम्मेदारी यात्रा का आयोजन करने वाली संस्था और संस्था के लोगों की होती है।
इस यात्रा में इस बार वॉलिंटियर्स और भक्तों ने मिलकर एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी तारीफ़ किये बिना आप रह नहीं पाएंगे। दरअसल सोशल मीडिया पर ओडिशा के पुरी के एसपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो पोस्ट किया जिसमे आप देख सकते है किस तरह रथयात्रा के दौरान लाखों की भीड़ में वहां मौजूद वॉलिंटियर्स और भक्तों ने एक एम्बुलेंस को रास्ता दिया है। इस वीडियो को पोस्ट करते हुए पुरी के एसपी ने लिखा "1200 वॉलिंटियर्स, 10 संगठनों और घंटों की मेहनत के बाद रथयात्रा 2019 के दौरान ऐम्बुलेंस की सरल गतिविधि के लिए ह्युमन कॉरिडोर बनाना संभव हो पाया।"
1200 volunteers, 10 organizations and hours of practice made this human corridor for free ambulance movement possible during Puri Rath Yatra 2019. pic.twitter.com/zVKzqhzYCw
— SP Puri (@SPPuri1) July 6, 2019
जानकारी दे दें कि प्रतिवर्ष आषाढ़ के महीने में भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकलती है। इस यात्रा में परंपरा अनुसार भगवान जगन्नाथ, उनकी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र की रथयात्रा का आयोजन किया जाता है और भगवान जगन्नाथ की यह रथयात्रा उनकी मौसी के घर पर संम्पन होती है। यात्रा के बाद भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए देश विदेश के लोग आते है।
पुरी शहर के एसपी द्वारा शेयर किये गए इस वीडियो पर ट्विटर के यूज़र्स ने अपनी प्रतिक्रिया में वॉलिंटियर्स और भक्तों द्वारा पेश की इस मिसाल की तारीफ़ की।
This is great work.Only possible through proper planning amd coordination.
— Santoshkumar (@santcvrce) July 7, 2019
Kuddos to @AMITABHTHAKUR21 Sir who lead the traffic movment during ratha yatra.Thank you Sir.
Commendable 👏
— Priya.S.Bhasini (@priyabhasini1) July 6, 2019
Best thing on twitter today.
— ବାଘମାମୁଁ🐯 (@bagha_mamu) July 8, 2019
Wow so pleasing to see
— Abhishek Joshi (@theabhijoshi) July 7, 2019
Emergency for humanity vs. faith, a great example.
— Rajib Mishra (@rlm2162) July 7, 2019