चीन और पाकिस्तान के बीच बहुत ही घनिष्ठ संबंध है जिसके कारण चीन ने पाकिस्तान में भारी निवेश कर रखा है। इस बीच एक खबर यह भी आ रही है कि पाकिस्तान से चीनी नागरिक युवतियों को बहला फुसला कर शादी करके चीन ले जाते है और चीन पहुँचकर उनसे देह व्यापार करवाया जाता है। इन पाकिस्तानी लड़कियों के माता पिता को कुछ रकम दे दी जाती है और साथ ही इस बात की भी संतुष्टि दी जाती है कि उनकी लड़की की जिंदगी सवर जाएगी। बेटी के भले के लिए गरीब पाकिस्तानी नागरिक अपनी बेटी की शादी करवा देते है परन्तु होता कुछ और है।
पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी पाकिस्तानी लड़कियों की तस्करी में लिप्त नेटवर्क को तोड़ना चाहती है परन्तु संघीय सरकार के दबाव के कारण कुछ नहीं कर पा रही है। अक्टूबर में फैसलाबाद की एक अदालत ने 31 चीनी नागरिकों को बरी कर दिया था यह सभी आरोपी पाकिस्तानी लड़कियों की तस्करी में लिप्त थे। अदालत के एक अधिकारी और जाँचकर्ता ने बयान दिया कि "पीड़ित लड़कियों ने अदालत में अपने बयान बदल दिए है। इसके उन्हें धमकाया गया और पैसे भी दिए गए थे।"
इस पूरे घटनाक्रम में पाकिस्तान में रहने वाले ईसाई समुदाय की लड़कियों को निशाना बनाया जाता है। पाकिस्तान के गरीब ईसाई परिवार को मोटी रकम का लालच दिया जाता है और उन्हें जाल में फँसाया जाता है।
जानकारी के अनुसार इस तस्करी में लिप्त तस्कर चीनी नागरिकों से एक दुल्हन के लिए करीब 65 हजार डॉलर यानि 45 लाख रुपये तक लेते है और लड़की के परिवार को 1 लाख रूपए से ज्यादा नहीं दिए जाते है।