पाकिस्तान की मुसीबत फिर बढ़ गयी है क्योंकि रूस से राइफलों की ख़रीद के लिए पाकिस्तान ने जो निवेदन किया था परन्तु रूस ने पाकिस्तान की मांग को ठुकरा दिया। अब रूस में बनने वाली नए जनरेशन की ये कलाश्निकोव राइफल्स पाकिस्तान को नहीं मिल सकेगी।
बता दें कि रूस ने भारत को इस बात के लिए आश्वस्त किया है कि वह पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार का रक्षा सौदा नहीं करेगा। इसके बारे में भारत को इस वर्ष की शुरुआत में ही सूचना दे दी गयी थी।
AK सीरीज की 50,000 राइफल्स ख़रीदने के लिए पाकिस्तान ने रूस के पास प्रस्ताव भेजा था। वह रूस के साथ अपने सैन्य सम्बन्धो को मजबूत बनाना चाहता था। लेकिन पाकिस्तान को रायफल के कौन से मॉडल्स चाहिए थे यह स्पष्ट नहीं है। रूस से सैंन्य हथियार की माँग पर भारत को भी आश्चर्य हुआ क्योंकि पाकिस्तान चीन में निर्मित एके-56 राइफल का इस्तेमाल करता है।
भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियाँ इस बात को लेकर पाकिस्तान पर कड़ी नज़र रखे हुए है कि रूस के साथ पाकिस्तान द्वारा सैन्य व रक्षा समझौतों में लिए किये गए प्रयासों की दिशा में क्या प्रगति हो रही है? भारतीय एजेंसियाँ पहले भी पाकिस्तान के ऐसे कई प्रयासों को रोक चुकी हैं।
पाकिस्तान ने बालाकोट एयर स्ट्राइक के उपरांत रूस से उन्नत एयर डिफेंस तकनीक ख़रीदने का प्रयत्न किया था। पाकिस्तान ने रूस से 2015 में 4 Mi-35M हैलीकॉप्टर ख़रीदे जो की पाकिस्तान को दिए जा चुके हैं। दोनों देशों की सेनाओं ने 2016 में संयुक्त युद्धाभ्यास भी किया था।
बता दें कि चीन द्वारा बनाया गया एके-56 राइफल एके-47 का चाइनीज वर्जन है। इसका वजन एके-47 से हल्का होता है। ऐसे कई एके-56 रायफ़ल्स जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के पास से जब्त किए गए हैं।