सोमवार आधी रात को भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2019 को पास कर दिया गया। इस बिल को जहाँ भारत में बहुत सारे लोग मील का पत्थर बता रहे हैं वहीं कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। इस बिल का विरोध करने वालों में पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल हैं। इमरान खान ने ट्वीट करते हुए भारत की लोकसभा द्वारा पास किये गए इस बिल पर आपत्ति जताई है।
बता दें की भारत सरकार द्वारा भारत को मजबूत बनाने के लिए किये जाने वाले हर कार्य से पाकिस्तान को परेशानी हो जाती है। पिछले अगस्त महीने में जब भारतीय संसद द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाया गया तब भी पाकिस्तानी पीएम इमरान खान अपनी भड़ास निकालते नजर आये थे। धारा 370 के हटने के बाद इमरान ने खूब हाथ पैर मारे पर दुनिया का कोई बड़ा देश उनके साथ खड़ा नजर नहीं आया।
अब इमरान को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2019 पास होने के बाद बोलने का फिर से मौका मिल गया है। इमरान ने इस बाबत एक ट्वीट किया और अपने ट्वीट में मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आलोचना की। साथ ही साथ इमरान ने यह आरोप भी लगाया की यह बिल दोनों देशों के बीच हुए समझौते का विरुद्ध है।
अपने ट्वीट में इमरान खान ने लिखा कि, 'मैं कड़े शब्दों में भारतीय लोकसभा के नागरिकता संशोधन विधेयक की निंदा करता हूँ। यह न केवल अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का बल्कि पाकिस्तान के साथ हुए द्विपक्षीय समझौते का भी उल्लंघन करता है। यह आरएसएस के हिंदू राष्ट्र की योजना का हिस्सा है जिसपर मोदी सरकार काम कर रही है।'
We strongly condemn Indian Lok Sabha citizenship legislation which violates all norms of int human rights law & bilateral agreements with Pak. It is part of the RSS "Hindu Rashtra" design of expansionism propagated by the fascist Modi Govt. https://t.co/XkRdBiSp3G
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 10, 2019
पाकिस्तानी पीएम से पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भी इस बिल पर बयान जारी किया। इस बयान में अधिकारियों ने बिल का विरोध किया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया कि "यह विधेयक दोनों देशों की बीच हुए सभी समझौतों का पूरी तरह से उल्लंघन करती है। यह खासतौर से अल्पसंख्यकों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए चिंताजनक है।"