पाकिस्तान है तुर्की के परमाणु बम प्रोग्राम के पीछे, इसी वजह से धारा 370 पर किया था सपोर्ट

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Punctured Satire
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पाकिस्तान है तुर्की के परमाणु बम प्रोग्राम के पीछे, इसी वजह से धारा 370 पर किया था सपोर्ट

पाकिस्‍तान का तुर्की प्रेम किसी से भी छुपा नहीं है। तुर्की ने पाकिस्‍तान का आंख बंद करके साथ दिया है। वह भारत-पाकिस्‍तान के विवादों में सदैव पाकिस्‍तान के साथ खड़ा रहा है। तुर्की मध्‍य एशिया में एकलौता राष्‍ट्र था, जिसने कश्‍मीर मसले पर पाकिस्‍तान को खुल कर समर्थन दिया है परन्तु तुर्की के परमाणु बम बनाने के ऐलान ने पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया। इस वजह से पाकिस्‍तान एक बार फ‍िर सुर्खियों में है।

यह उम्‍मीद की जा रही है कि पाकिस्‍तान परमाणु बम बनाने में तुर्की की मदद करेगा। ऐसे समय में तुर्की के परमाणु बम निर्माण की खबर आई है, जब उसके हमले उत्‍तर सीरिया में जारी हैं। साथ ही कुर्दों की ह‍िफाजत को लेकर अमेरिका चिंतित है। ऐसे में अमेरिका की तुर्की के परमाणु बम बनाने की चिंता होना लाजमी है।

अमेरिका में तुर्की के राष्‍ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन के इस बयान के बाद खलबली है। सोमवार को न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स ने अपनी एक रिपोर्ट में अमेरिकी नीतियों पर सवाल उठाये और कहा कि यदि अमेरिका तुर्की के हमलों से कुर्दों की रक्षा करने में असमर्थ है तो कैसे वह उसको परमाणु बम बनाने से रोक सकता है? इस रिपोर्ट में यह कहा गया है कि मध्‍य एशिया के लिए परमाणु संपन्‍न तुर्की शांति और स्थिरता हेतु खतरनाक है।

इसलिए भी पाकिस्‍तान सवालों के घेरे में है, क्योंकि 15 वर्ष पूर्व पाकिस्‍तान के परमाणु तस्‍कर अब्‍दुल कादिर खान ने यह कहा था कि कुछ देशों को उसने परमाणु तकनीक बेची है। इस मामले में हाल ही में रूस का भी नाम सामने आया था कि तुर्की को वह परमाणु तकनीक बेच सकता है। ऐसे में एक बार फ‍िर तुर्की में परमाणु बम बनाने की चर्चा गरम हो गयी है जिसके चलते पाकिस्‍तान पर शक की सुई घूमना भी लाज़मी है। तुर्की के राष्‍ट्रपति ने परमाणु बम निर्मित करने की इच्‍छा जाहिर की है।

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