आर्थिक तंगी से गुजर रहे पाकिस्तान की परेशानियां बढ़ती ही जा रही है। अब फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है।पाकिस्तान पर 18 अक्टूबर तक अंतिम फैसला आ जाएगा। आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने में नाकाम और आतंकियों व उनके संगठनों के खिलाफ ठोस कदम न उठाने को लेकर इसे 'डार्क ग्रे' लिस्ट में डाला जा सकता है।
सोमवार को फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में पाकिस्तान को किसी भी देश का साथ नहीं मिला। यहां तक कि पाकिस्तान के हमदर्द चीन, मलेशिया और तुर्की भी उसके साथ नहीं आए। पाकिस्तान को भरोसा था की चीन हमारा साथ ज़रूर देगा। बता दें की पाकिस्तान पहले से ही ग्रे लिस्ट में है।
एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान के अपर्याप्त प्रदर्शन को देखते हुए वह एफएटीएफ द्वारा कड़ी कार्रवाई के कगार पर है और वह 27 में से केवल 6 बिंदुओं को पारित करने में कामयाब रहा। FATF के नियमों के अनुसार 'ग्रे' और 'ब्लैक' लिस्ट के बीच एक अनिवार्य चरण है, जिसे 'डार्क ग्रे' कहा जाता है। 'डार्क ग्रे' का अर्थ है सख्त चेतावनी ताकि संबंधित देश को सुधार का एक अंतिम मौका मिल सके।
आपको बता दें कि FATF ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था।FATF की मीटिंग में पाकिस्तान एक डॉजियर सौंपने वाला है, जिसमें इस बात का जिक्र होगा कि इस्लामाबाद ने आतंकियों (मसूद अजहर और हाफिज सईद) के खिलाफ क्या क्या कार्रवाई की है। डॉजियर में आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दिए जाने की संभावना है।