इमरान खान की सरकार में वित्त मंत्री रहे असद उमर ने देश में आर्थिक हालात के मद्देनज़र अपने पद से इस्तीफ़ा देने का फैसला किया है। हालाँकि अभी इमरान खान ने उनके इस्तीफ़े के बारे में कोई निर्णय नही लिया है। पाकिस्तान के कुछ टी वी चैनलों ने खबर दी थी कि इमरान खान असद उमर को वित्त मंत्रालय से हटाकर ऊर्जा मंत्रालय देना चाहते हैं। असद उमर ने अपने प्रधानमंत्री की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए इस्तीफ़ा देने का ही निर्णय कर लिया है। लेकिन वे अभी भी इमरान की पार्टी में बने रहना चाहते हैं।
असद उमर एक समय इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख चेहरे थे। इमरान खान उन्हें लेकर जगह-जगह जाते थे और लोगों को बताते थे कि यह व्यक्ति पाकिस्तान के आर्थिक हालातों को सुधरेगा। लेकिन उनके कार्यभार सँभालने के 8 महीने बाद ही उन्होंने पीछे हटने का फैसला कर लिया है। शायद प्रधानमंत्री उनके इस कदम से मायूस होंगे।
इस मसले पर असद उमर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि “कैबिनेट में बदलाव के अंतर्गत प्रधानमंत्री मुझे वित्त की जगह ऊर्जा मंत्रालय देना चाहते थे, लेकिन मैंने उन्हें कोई भी मंत्रालय नही लेने के लिए राज़ी कर लिया है।” उन्होंने लिखा कि “मुझे पूरी तरह यकीन है कि इमरान खान की पी टी आई पाकिस्तान के लिए सबसे बेहतर उम्मीद है। और इंशाअल्लाह वह एक नया पाकिस्तान बनाएगी।”
As part of a cabinet reshuffle PM desired that I take the energy minister portfolio instead of finance. However, I have obtained his consent to not take any cabinet position. I strongly believe @ImranKhanPTI is the best hope for Pakistan and inshallah will make a naya pakistan
— Asad Umar (@Asad_Umar) April 18, 2019
पत्रकारों से बातचीत में असद उमर ने स्पष्ट किया कि मैंने प्रधानमंत्री इमरान खान से इस बारे में बात कर ली है और उन्हें विश्वास में लेकर कैबिनेट से हटने की अनुमति मांगी है। असद उमर ने साफ़ किया कि वे अब भी इमरान खान के साथ हैं और उनके विजन का सर्मथन करते हैं।
उमर ने यह भी कहा देश इस समय भयानक आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इस समय जो कोई भी इस पद को संभालेगा उसके सामने बड़ी-बड़ी चुनौतियां होंगी। उन्होंने इस पद को प्रधानमंत्री के बाद सबसे अधिक दिक्कतों वाला पद बताया है। इस बार गृह मंत्रालय और पेट्रोलियम मंत्रालय में भी फेरबदल होने की संभावना है।
पाकिस्तान के वित्त के मंत्री का इस्तीफ़ा ऐसे समय पर आना जब देश दिवालिया होने के कगार पर है, लोगों का मनोबल तोड़ देने वाला है। असल उमर के इस इस्तीफे को पार्टी के भीतर महमूद कुरैशी और जहांगीर तरीन के बीच चल रही खींचा तानी को भी माना जा रहा है।
इस बीच पाकिस्तान के केंद्रीय सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मत्रिमंडल में फेरबदल की खबरों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने मीडिया को हिदायद दी कि वे इस बारे में अपना रुक ज़िम्मेदाराना रखें। उन्होंने कहा देश अभी एक महत्वपूर्ण चरण से गुजर रहा है ऐसे में अफवाहे देश के लिए सही नही हैं।