साल 2012 के दिसंबर महीने में देश की राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप मामले में शामिल अपराधी की फाँसी की तारीख आखिरकार तय कर दी गई है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार को दिन के दीं बजे इस मामले में चारों बलात्कारियों का डेथ वॉरंट जारी कर दिया।
पटियाला हाउस कोर्ट ने इन चारों गुनहगारों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फाँसी पर लटकाने के आदेश दे दिए हैं। बता दें की इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट के जज ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चारों अपराधियों से बात की पर इस दौरान मीडिया को भी अंदर जाने के आदेश नहीं दिए गए।
पटियाला हाउस कोर्ट के जज ने जब यह फैसला सुनाया तब वहां मौजूद निर्भया की मां की आँखें भर आई। इसके साथ ही साथ कोर्ट रूम में मौजूद अपराधी मुकेश की माँ भी फैसला सुन कर रोने लग गई। गौरतलब है कि आठ साल पुराने निर्भया गैंगरेप मामले में सभी चार दोषियों अक्षय, मुकेश, विनय और पवन को पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने फाँसी की सजा दे दी है और इस मामले में राष्ट्रपति की तरफ से भी इस मामले में आई दया याचिका ख़ारिज कर दी गई है।
गौरतलब है की तिहाड़ जेल प्रशासन ने इन्हे फांसी पर लटकाने की तैयारी पहले से ही पूरी कर ली है। इन अपराधियों को फाँसी पर लटकाने के लिए जेल प्रशासन ने 25 लाख रूपए की लागत से एक नया फाँसी घर बना लिया है। जेल प्रशासन इन सभी अपराधियों को एक साथ फाँसी की सजा देगा। तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने इस विषय पर फैसला आने से पहले ही बताया था कि "एक साथ अब चारों दोषियों मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को फाँसी देने की व्यवस्था कर ली गई है। अदालत के आदेश के बाद जेल स्तर पर फाँसी देने में किसी तरह की देरी नहीं होगी।"
बहरहाल अब जब इस मामले में फाँसी के दिन और वक़्त का ऐलान कर दिया गया है तब सबकी नजर 22 जनवरी के दिन पर टिक गई है जब निर्भया के सभी गुनहगारों को फाँसी दे दी जायेगी।