दिल्ली, मुजफ्फरनगर और आगरा के बाद अब उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से भी सांप्रदायिक हिंसा की खबर आ रही है। यहाँ पर भी मुसलमानों की उन्मादी भीड़ ने एक शिव मंदिर में घूसकर तोड़-फोड़ की। भीड़ ने मंदिर के अंदर स्थापित भगवान शिव की मूर्ति को उठाकर बाहर फेंक दिया।

अभी कुछ दिनों में सावन का महीना शुरू होने वाला है। इस महीने में हिन्दू धर्म के लोग भगवान शिव की विशेष आराधना और पूजा करते हैं। ऐसे में ये मुस्लिम समुदाय के इन लोगों ने हिंदुओं की भावनाओं को भड़काने के लिए इस तरह की करतूत को अंजाम दिया है। इस घटना को अंजाम देने वाले चार मुसलमानों वसीम, नासिर, राशिद और शराफ़त के नाम भी सामने आये हैं। मामला पुलिस तक पहुँच गया है लेकिन स्थानीय हिन्दू मुसलमानों की इस हरकत से बहुत आक्रोशित हैं।

खेरी पुलिस के थाना प्रभारी के अनुसार लखीमपुर के गाँव गौरिया में शिव मंदिर पर हुए इस हमले में वसीम, शराफ़त, नासिर और राशिद पर आरोप दर्ज किया गया है।

एक ट्विटर यूजर ख़ुशी सिंह के अनुसार मंदिर पर हुए हमले में 100 से ज़्यादा मुसलमान शामिल थे, जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं। उनके अनुसार अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

लखीमपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। इस घटना के बाद स्थानीय हिंदुओं के बीच बहुत दुःख और आक्रोश की भावना है। इस तरह की घटनाओं से डरा हुआ मुसलमान जैसे फेक नैरेटिव की पोल खुल रही है। देश में एक के बाद एक सांप्रदायिक हिंसा की खबर एक बड़ी चिंता का विषय है।