हिमालय के पीर पंजाल रेंज में अवस्थित लेह मनाली हाइवे में रोहतांग दर्रे पर मौजूद रोहतांग सुरंग का नाम अब पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर रखे जाने की खबर आ रही है। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद एक सभा को संबोधित करते हुए की है।
पीएम मोदी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 95वीं जयंती के अवसर पर राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किये गए समारोह में लोगों को संबोधित किया। इस आयोजन के दौरान पीएम मोदी ने अटल भूजल योजना का शुभारम्भ किया।
उन्होंने इस दौरान अपने संबोधन में रोहतांग टनल को अटल टनल बनाये जाने की बात कहते हुए कहा कि "अब मनाली को लेह से जोड़ने वाली रोहतांग टनल को अटल टनल के नाम से जाना जाएगा। ये एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो अटल जी को समर्पित है।" इस दौरान विज्ञान भवन में पीएम मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी और महामना मदन मोहन मालवीय जी को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। गौरतलब है कि आज इन दोनों ही विभूतियों का जन्म दिवस है।
पीएम मोदी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि, 'आज भारत के दो-दो रत्नों अटल जी और महामना मदन मोहन मालवीय जी का जन्म दिवस भी है। मैं इन दोनों महापुरुषों को आदर पूर्वक नमन करता हूं, देश की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।'
अटल भूजल योजना पर अपना वक्तव्य देते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'पानी का विषय अटल जी के लिए बेहद महत्वपूर्ण था, उनके बहुत करीब था। अटल जल योजना हो या फिर जल जीवन मिशन से जुड़ी गाइडलाइंस, ये 2024 तक देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को सिद्ध करने में एक बड़ा कदम हैं। पानी का संकट होने, एक परिवार के रूप में या फिर एक नागरिक के रूप में तो चिंताजनक है ही, लेकिन एक देश के विकास के रूप में भी ये बड़ी बाधा है। न्यू इंडिया को हमें जल संकट की हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। इसके लिए हम पांच स्तर पर एक साथ काम कर रहे हैं। जल संकट बड़ी परेशानी है, लेकिन इसके लिए काम हो रहे हैं। जल शक्ति मंत्रालय काफी अच्छा काम कर रहा है। इसी मानसून में हमने देखा है कि समाज की तरफ से, जल शक्ति मंत्रालय की तरफ से वॉटर कंजरवेशन के लिए कैसे व्यापक प्रयास हुए हैं। एक तरफ जल जीवन मिशन है, जो हर घर तक पाइप से जल पहुंचाने का काम करेगा और दूसरी तरफ अटल जल योजना है, जो उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देगी जहां ग्राउंड वॉटर बहुत नीचे है।'