जानें रेप केस के आरोपी स्वामी चिन्मयानद के शून्य से शिखर तक पहुँचने की कहानी

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Rishabh Verma
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जानें रेप केस के आरोपी स्वामी चिन्मयानद के शून्य से शिखर तक पहुँचने की कहानी

आज हर तरफ स्वामी चिन्मयानंद का नाम सुर्खियों में हैं। लोग उनकी ही बात कर रहे है। स्वामी चिन्मयानंद पर एक लड़की ने अपने साथ हुए रेप का आरोप लगाया है। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है। पर आखिर ये स्वामी चिन्मयानंद है कौन और कहाँ से आये हैं।

स्वामी चिन्मयानंद महाराज यूपी के गोंडा में रहते थे। इनका पूरा नाम कृष्णपाल सिंह है परन्तु इन्हे पूरी दुनिया स्वामी चिन्मयानंद के नाम से जानती है। इन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से एमए की पढ़ाई की है। भाजपा के कद्दावर नेताओं में इनकी गिनती होती थी।

स्वामी चिन्मयानंद जी को भाजपा ने उत्तरप्रदेश के बदायू से 1991 में सांसद का टिकट दिया था। इस चुनाव में जीतकर वे पहली बार संसद भवन पहुंचे थे। उनके बाद 1998 में उत्तरप्रदेश के मछलीशहर से और 1999 में जौनपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। इन्हे वाजपेयी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री भी मनोनीत किया गया था।

राम मंदिर के लिए हुए आंदोलन में गोरखपुर की गोरक्षा पीठ के महंत और पूर्व सांसद अवैद्यनाथ के साथ मिलकर स्वामी चिन्मयानंद ने अग्रणी भूमिका निभाई थी। जानकारों की माने तो स्वामी चिन्मयानंद को सांसद बनाने में महंत अवैद्यनाथ की भूमिका प्रमुख थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत के स्वामी चिन्मयानंद ने ही योगी आदित्यनाथ का नाम आगे किया था।

स्वामी चिन्मयानंद का एक कॉलेज भी है जिसे वो यूनिवर्सिटी बनाना कहते थे। इसके लिए उन्होंने सभी प्रक्रिया को पूरा करके योगी सरकार को मना भी लिया था। अगर यह यौन शोषण का मामला सामने नहीं आता तो इस कॉलेज को यूनिवर्सिटी की मान्यता मिल जाती।

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