देश विदेश हर जगह जम्मू कश्मीर को लेकर अभी बयानों का दौर चल रहा है। भारत सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से हटाए गए अनुच्छेद 370 के बाद देश के सभी बड़े नेता, सेलेब्रिटीज़ आदि इस पर अपने अपने तर्क रख रहे है। कोई इसके पक्ष में बयान दे रहा है तो कोई इसके विरोध में बयान दे रहा है। ग़ौरतलब है कि जब राहुल गांधी ने इसके पक्ष में बयान दिया तो पाकिस्तान के एक मंत्री ने उनका मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि "राहुल गांधी तो कंफ्यूज है।"
अभी एक बयान अमेरिका में भारतीय मूल के सांसद रो खन्ना ने भी दिया है जिसमे उन्होंने बताया कि कश्मीर भारत का आतंरिक मामला है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को भी उन्होंने खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि "इमरान खान को बेहूदा और नफरत से भरी बयानबाज़ी पर लगाम लगानी चाहिए।" बता दें कि पिछले दिनों इमरान खान ने भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दी थी।
रो खन्ना दूसरी बार डेमोक्रेटिक सांसद चुने गए हैं। अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में वे भारतवंशियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित हुए थे। इस कार्यक्रम में भारतवंशियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि "भारतीय लोकतंत्र में कश्मीर का स्थान अहम है। इसलिए इमरान खान अपने गुस्से को ठंडा करें और किसी विवाद या युद्ध की स्थिति को बढ़ावा न दें। उनके द्वारा भारत के साथ जंग की बात करना बेहद हस्यास्पद है।" कार्यक्रम में उपस्थित कश्मीरी मूल के लोगों ने गरीबी और आतंकवाद से कश्मीर को छुटकारा दिलाने के लिए मोदी सरकार की तारीफ़ की और उन्हें धन्यवाद दिया।
ग़ौरतलब है कि स्थिति अब पाकिस्तान के बस में नहीं है इसलिए अब इस मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से फोन पर वार्तालाप किया। इस वार्तालाप में इमरान ने फ्रांस के राष्ट्रपति से कहा कि भारत द्वारा उठाये इस कदम से क्षेत्र में शांति के लिए खतरा है। मैक्रों ने कश्मीर समस्या को शांतिपूर्वक सुलझाने की बात कही है। इस विषय पर इमरान ने जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला से भी बात की है।