मध्यप्रदेश में कर्नाटक जैसे हालात की संभावना देख कमलनाथ ने सारे MLA को भोपाल में रहने को कहा

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Prabhat Sharma
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मध्यप्रदेश में कर्नाटक जैसे हालात की संभावना देख कमलनाथ ने सारे MLA को भोपाल में रहने को कहा

कर्नाटक की सत्ताधारी गठबंधन टूटने की कागार पर है उनके सभी विधायकों के इस्तीफ़े के बाद अब उनके मंत्रियों ने भी इस्तीफ़े देना शुरू कर दिया है। ठीक उसी प्रकार मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को भी सत्ता जाने का डर सता रहा है । जिसके चलते उन्होने विधानसभा सत्र के दौरान ही समस्त कांग्रेस विधायकों को भोपाल में रुकने को कहा है। साथ ही कांग्रेस ने अपने मंत्रियों को ज़िम्मेदारी भी सौंप दी है की वह राज्य में विधायकों को एकजुट रखे। इसके लिए प्रत्येक मंत्री को 3-3 विधायकों की ज़िम्मेदारी दी गयी है। इसके अतिरिक्त पार्टी ने विधायकों को बीजेपी के प्रलोभन से बचने की सलाह भी दी है।  

दूसरी तरफ मध्य प्रदेश में भाजपा ने भी कर्नाटक के घटनाक्रम पर अपनी निगाहे बनाए रखने के लिए अपने विधायकों को कहा है। भाजपा नेताओं का कहना है कि कर्नाटक की तरह ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता। इसके चलते बीजेपी नेताओं की बैठक में एक ‘छाया मंत्रिमंडल’ का भी निर्माण किया गया है जो कमलनाथ सरकार के समस्त विभागों पर नज़र रखने वाला है।

बीजेपी की इस बैठक में उन सभी मुद्दों पर चर्चा हुई, जिससे मध्य प्रदेश में कांग्रेस से सत्ता हथियाने में बीजेपी को सफलता मिल सके। इसके अतिरिक्त पुराने मुद्दे भी चर्चा का विषय बने ।

बीजेपी ने बैठक में अपने वरिष्ठ नेताओं से नए विधायकों का मार्गदर्शन करने को भी कहा है । बीजेपी ने कांग्रेस की सभी को सस्ती बिजली, क़र्ज़ माफ़ी, किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य देने, ग़रीबों को घर देने सम्बन्धी वादों आदि की पड़ताल करने के लिए अपनी कमर कस ली है।

इसके लिए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने सरकार को राज्य की क़ानून व्यवस्था के लिए घेरा और कहा कि ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ता बीजेपी की मज़बूती हैं साथ ही वह जनता को समस्त बातों से अवगत भी कराएँगे।

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