भारत में आज़ादी के समय मात्र 17 राज्य हुआ करते थे। आज़ादी के बाद भारत सरकार ने ब्रिटिश सरकार के अंतर्गत आने वाले राज्यों को बदल कर भाषा के आधार पर राज्यों को विभाजित करने के लिए राज्य पुनर्गठन आयोग की स्थापना की थी। दिसंबर 1953 में जस्टिस फजल अली की अध्यक्षता में देश की पहली राज्य पुनर्गठन आयोग की स्थापना की गयी। इस आयोग में तीन सदस्य थे- फजल अली, हृदयनाथ कुंजरू, तथा केएम पाणिक्कर।

दो वर्ष के अथक प्रयास के बाद 1955 में इस आयोग ने राष्ट्रीय एकता, प्रशासनिक और वित्तीय व्यवहार्यता, आर्थिक विकास, अल्पसंख्यक हितों की रक्षा तथा भाषा जैसे मुद्दों को आधार बनाकर भारत सरकार के समक्ष अपनी प्रथम रिपोर्ट पेश की जिसमे 14 राज्यों के साथ 6 केंद्र शासित प्रदेश बनाये गये थे। इसे भारत सरकार ने 1956 में संसद में पेश किया। बाद में समय व आवश्यकता के अनुसार इस आयोग ने विभिन्न राज्यों का पुनः गठन किया। तो शुरुआत में ऐसे राज्यों का गठन हुआ और फिर आने वाले सालों में भी समय समय पर नए राज्य गठित हुए। आइये जानते हैं इन राज्यों के बारे में।

अरुणाचल प्रदेश

अरूणाचल प्रदेश की स्थापना 20 फ़रवरी 1987 में हुई थी। ईटानगर को इसकी राजधानी  बनाया गया था। भारत देश के उत्तरी पूर्वी भाग में स्थित अरूणाचल प्रदेश देश का अभिन्न हिस्सा है। इस प्रदेश की प्रमुख भाषा हिंदी और असमिया है।

असम

असम का गठन संविधान लागु होने के साथ ही हो गया था। भारत के उतरपूर्व में स्थित असम भूटान और बांग्लादेश की सीमा से भी लगा हुआ है। दिसपुर को असम की राजधानी बनाया गया था। इस प्रदेश में अधिकतर असमिया भाषा बोली जाती है।

आंध्रप्रदेश

आंध्रप्रदेश का गठन 1 अक्टूबर 1953 को हुआ था। हैदराबाद इसकी राजधानी है। भारत के दक्षिण पूर्वी तट पर स्थित है। आंध्रप्रदेश में देश का दूसरा सबसे लम्बा समुद्री तट है। आंध्रप्रदेश का विवरण प्राचीन ग्रंथो में भी मिलता है। मद्रास प्रांत जिसे हम आज तमिलनाडु के नाम से जानते है, उसे मद्रास प्रान्त के तेलुगू भाषी हिस्से को अलग करके आंध्रप्रदेश की स्थापना हुई।

उत्तरप्रदेश

जनसंख्या के आधार पर देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तरप्रदेश है जिसकी स्थापना 1950 में हुई थी। इस राज्य में कई मुख्य नदियाँ बहती है जो इस राज्य से प्रवाहित होकर देश के अन्य राज्यों तक पहुँचती है। लखनऊ इस राज्य की राजधानी कहलाती है।

उत्तराखंड

उत्तराखंड राज्य पहले उत्तरप्रदेश का हिस्सा था पर 9 नवम्बर 2000 को कई वर्षो के आंदोलन के पश्चात इसे अलग करके उत्तराखंड राज्य का निर्माण किया गया। इस प्रदेश का इतिहास हमें सभी प्राचीन ग्रंथो में मिलेगा, क्योंकि विश्व के सबसे बड़े महाकाव्यों की रचना यहाँ हुई है। ये प्रदेश तीर्थ स्थलों के लिए प्रसिद्ध है क्योंकि यहाँ पर चारो धाम स्थित है। इस चारधाम की यात्रा में कई दर्शनीय स्थल भी है। इस प्रदेश में पंचप्रयाग नामक प्रसिद्ध पवित्र संगम स्थल है।

उड़ीसा

भारत के दक्षिण पूर्वी-तट पर स्थित उड़ीसा का गठन 26 जनवरी 1950 में हुआ था, यहाँ की मुख्य भाषा उड़िया है। इस राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर निर्भर करती है।

कर्नाटक

भारत के बड़े राज्यों में से एक है कर्नाटक में जहाँ कई इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज है। इस राज्य में मुख्य रूप से कन्नड़ भाषा बोली जाती है। इस राज्य का लगभग 2000 सालों पुराना लिखित इतिहास उपलब्ध है। इसकी स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी।

केरल

भारत के दक्षिण पश्चिम सिरे पर स्थित केरल की स्थापना 1 नवम्बर 1956 को हुई थी। स्वतंत्रता के बाद जब रियासतों को विलय हुआ तब 1 जुलाई 1949 को त्रावनकोर व कोचीन को मिलाकर “त्रावनकोर कोचीन” बना दिया गया था। बाद में राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत त्रावनकोर कोचीन व मालाबार को मिलाकर केरल राज्य की स्थापना की गयी।

गुजरात

भारत के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है गुजरात। गुजरात की स्थापना 1960 में हुई थी। इसकी सीमा पाकिस्तान मध्यप्रदेश व राजस्थान से लगी हुई है। इसकी मुख्य भाषा गुजराती है। इस प्रदेश में सोमनाथ जैसे कई दर्शनीय स्थल हैं।

गोवा

गोवा जो आज देश में नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत प्रसिद्ध है। इस राज्य की स्थापना 30 मई 1987 में हुई थी। इसकी राजधानी पणजी है। गोवा का उल्लेख कई धर्मग्रंथो में भी किया गया है। गोवा को इतिहास में गोपराष्ट्र के नाम से भी जाना जाता है।

छत्तीसगढ़

भारत में 2 ऐसे क्षेत्र है जिनका नाम किसी न किसी विशेष कारणों से बदला गया है। जैसे मगध जो बौद्ध विहारों के कारण बिहार बन गया वही दक्षिण कौशल जो अपने में छत्तीस गढ़ों को समाहित करता था इसलिए उसका नाम छत्तीसगढ़ पड़ गया। इसे धान का कटोरा भी कहा जाता है। इसकी राजधानी रायपुर है।

जम्मू कश्मीर

धरती का स्वर्ग कहे जाने वाला यह भारतीय राज्य आज़ादी के समय से ही विवादित रहा है।  आज़ादी के समय जब समस्त रियासतों को एक साथ विलय करके एक राष्ट्र बनाया गया तब कश्मीर के राजा हरी सिंह ने इसका विद्रोह किया। अंत में भारत सरकार ने बलपूर्वक इसे अपने देश में सम्मलित किया। कश्मीर के कुछ हिस्से पर पाकिस्तान व चीन ने भी गैरकानूनी कब्ज़ा कर रखा है। इस राज्य में मुख्यतः उर्दू और पश्तो भाषा का उपयोग किया जाता है।

झारखण्ड

“भारत का रुर” व “खनिज प्रदेश” के नाम से विख्यात झारखंड की स्थापना 15 नवंबर 2000 को आदिवासी नायक बिरसा मुंडा के जन्मदिन के उपलक्ष्य में किया गया था। रांची इसकी राजधानी है।

तमिलनाडु

भारत के सबसे दक्षिणी क्षेत्र में बसा तमिलनाडु की स्थापना 1950 में हुई थी। यहाँ की मुख्य भाषा तमिल है। आज़ादी से पहले ये प्रांत मद्रास प्रेसीडेन्सी में आता था फिर 1968 में इस मद्रास प्रान्त का नाम बदलकर तमिलनाडु कर दिया गया।

तेलंगाना

आंध्रप्रदेश राज्य से अलग होकर 2 जून 2014 को भारत का नवगठित राज्य घोषित किया गया है। यहाँ पर तेलगु भाषी लोग रहते है इसलिए इसे तेलगूभाषियो की भूमि भी कहा जाता है।

त्रिपुरा

यहाँ की स्थानीय देवी त्रिपुर सुंदरी के नाम पर इस राज्य का नाम त्रिपुरा रखा गया था। इस राज्य की स्थापना 1972 में हुई थी। यहाँ पर बंगाली, ककबरक, अंग्रेजी भाषाएँ बोली जाती है। यह राज्य मुख्यतः पहाड़ों पर बसा हुआ है।

नागालैंड

यह राज्य स्वतंत्र भारत का 16वा राज्य बना इसकी स्थापना 1 दिसंबर 1963 को हुई थी। यह चारों तरफ से क्रमशः म्यांमार, अरुणाचल प्रदेश, असम, और मणिपुर से घिरा हुआ है। नागालैंड के बारे में कहा जाता है कि यह पूर्व का स्विटज़रलैंड है।

पंजाब

पंजाब राज्य की स्थापना 1966 में हुई थी। इसके पश्चिम में पाकिस्तान उत्तर पूर्व में जम्मू कश्मीर और दक्षिण में हरियाणा व राजस्थान राज्यों से घिरा हुआ है। पांच नदियों झेलम, ब्यास, चिनाव, रावी, सतलुज होने के कारण इसका नाम पंजाब पड़ा।

पश्चिम बंगाल

भारत के पूर्वी भाग में स्थित पश्चिम बंगाल की स्थापना 1 नवम्बर 1956 में हुई थी। इस पूरे राज्य में 19 जिले है। यहाँ की मुख्य भाषा बांग्ला है।

बिहार

भारत में कुछ प्रमुख राज्य है जिनमे बिहार भी शामिल है। इसकी मुख्य भाषा हिंदी है। बिहार में अनेक नदियाँ बहती है पर गंगा नदी इन सब में मुख्य है। यहाँ की राजधानी पटना है।

मणिपुर

भारत के पूर्व में स्थित मणिपुर की स्थापना 1972 में हुई थी। यहाँ की मूल भाषा मणिपुरी है। इम्फाल को यहाँ की राजधानी बनाया गया। इस राज्य में प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन पाए जाते है।

मध्यप्रदेश

भारत का हृदय कहे जाने वाले इस राज्य की स्थापना 1 नवम्बर 1956 में हुई थी। इस राज्य में कई प्राचीन स्थल है। यहाँ पर मुख्यतः हिंदी बोली जाती है। यह भारत के मध्य में होने के कारण इसका नाम मध्यप्रदेश पड़ा।

महाराष्ट्र

मराठी भाषी लोगो की मांग को ध्यान रखते हुए इस राज्य की स्थापना 1 मई 1960 को की गयी थी। ये एक ऐसा राज्य जिसकी जनसंख्या के बराबर या उससे अधिक विश्व में 11 देश है। ये देश के धनी राज्यों में गिना जाता है।

मिजोरम

फ़रवरी 1987 को मिजोरम स्वतंत्र भारत का 23वा राज्य बना। प्राकृतिक दृष्टि से मिजोरम बेहद ही खूबसूरत प्रदेश है। इसकी राजधानी आईजोल है।

मेघालय

असम के अंतर्गत 1970 में मेघालय को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित किया था। यह मूलतः एक पहाड़ी राज्य है। मेघालय की 80 प्रतिशत आबादी कृषि के ऊपर निर्भर है।

राजस्थान

राजस्थान वीरों की भूमि रही है। इस भूमि का इतिहास प्रागैतिहासिक काल से शुरू होता है। इस राज्य का गठन 1 नवम्बर 1956 में हुआ था। इस राज्य में ऐतिहासिक किले है जो विश्व प्रसिद्ध है।

हरियाणा

उत्तर भारत में स्थित पंजाब प्रांत को विभाजित कर 1966 में इस राज्य की स्थापना की गयी थी। इस स्थान का जिक्र महाकाव्य महाभारत में भी मिलता है क्योंकि कौरव और पांडवों के बीच युद्ध इसी राज्य के कुरुक्षेत्र में हुआ था। यहाँ की राजधानी चंडीगढ़ है।

सिक्किम

भारत की सबसे न्यूनतम जनसँख्या वाला राज्य सिक्किम है। इसका क्षेत्रफल भी गोवा के क्षेत्रफल से कम है। इस राज्य का गठन 16 मई 1975 में हुआ था। यहाँ की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है।

हिमाचल प्रदेश

भारत के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित हिमाचल प्रदेश का गठन 25 जनवरी 1971 में हुआ था। यह देवभूमि के नाम से प्रख्यात है। इस राज्य में आर्यो का प्रभाव ऋग्वेद से भी ज्यादा पुराना मना जाता है। शिमला यहाँ की राजधानी है।

तो दोस्तों आपने आज के लेख में जाना की कैसे समयानुसार भारत के सभी राज्यों का गठन किया गया और इनकी क्या क्या विशेषताएँ हैं।