पाकिस्तान में नया पाकिस्तान बनाने का दावा करनेवाले इमरान खान की पार्टी के नेता ही अब वहां स्वयं को सुरक्षित नहीं समझ रहे है। बता दे कि पाकिस्तान की आरक्षित सीट से पूर्व में विधायक चुने गए तहरीक-ए-इंसाफ के बलदेव कुमार भारत आ गए हैं। पाकिस्तान में बलदेव कुमार ने अल्पसंख्यकों को असुरक्षित बताते हुए कहा कि वह पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहते इसलिए भारत सरकार से बलदेव ने शरण की गुहार लगाई है।

पाकिस्तान में असुरक्षित माहौल का दावा करते हुए बलदेव कुमार ने कहा कि, 'पाकिस्तान में केवल अल्पसंख्यक नहीं, खुद मुस्लिम भी सुरक्षित नहीं हैं। हम पाकिस्तान में बहुत मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं। मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूँ कि मुझे इस देश में शरण दें। मैं वापस नहीं जाऊँगा।' बलदेव ने कहा कि मोदी सरकार को विशेष पैकेज की घोषणा भी करना चाहिए ताकि पाकिस्तान के हिंदू और सिख अल्पसंख्यक भारत आ सके क्योंकि पाकिस्तान में उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।

मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, 'पाकिस्तान की बाकी जनता की तरह ही मुझे भी इमरान खान से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उन्होंने हमें निराश किया। पाकिस्तान में अभी बहुत असुरक्षा का माहौल है और ऐसे वक्त में मैं वहां वापस नहीं जाना चाहता हूँ।'

पाकिस्तान की आरक्षित सीट से बलदेव कुमार विधायक बने थे। लेकिन उनका कार्यकाल केवल 2 दिन तक के लिए ही था। पाकिस्तान में प्रावधान है कि यदि मौजूदा विधायक की मृत्यु या हत्या हो जाती है तो दूसरे नंबर पर रहने वाले शख्स को विधायक बना दिया जाता है। बलदेव को बारीकोट की आरक्षित सीट के विधायक की हत्या के आरोप में दो साल तक जेल में रहना पड़ा। जब वह 2018 में जेल से रिहा हुए तो उन्हें विधायक बनाया गया क्योंकि वह चुनाव में दूसरे नंबर पर थे, परन्तु दो ही दिन में उनका कार्यकाल ख़त्म हो गया और चुनाव फिर से हुए।