आखिरकार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने यह स्वीकार किया है कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के समय भारतीय वायुसेना ने आतंकी कैम्पों पर बमबारी की थी। अब इस काबुलनामे से उन लोगों को ज़रूर धक्का लगा होगा जो सरकार और सेना से इसके सबूत की माँग करते हैं। इमरान ख़ान ने कहा कि पुलवामा हमले के समय ‘एक कश्मीरी लड़के’ ने स्वयं को बम से उड़ा लिया था। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे।  

इमरान ख़ान ने यह भी कहा कि पुलवामा हमले के पश्चात भारत ने पाकिस्तान में बम गिराए। इससे पहले पाकिस्तानी पीएम ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान अल जज़ीरा को दिए गए इंटरव्यू में भी बातों ही बातों में यह स्वीकार किया था कि भारत ने पाकिस्तान में बम बरसाए थे। इमरान ख़ान ने पाकिस्तान की एक रैली में भारत को धमकी देते हुए कहा था कि यदि दोबारा ऐसा हमला हुआ तो पाक चुप नहीं बैठने वाला है। अपने इस बयान में भी इमरान ने अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया कि बालाकोट में एयर स्ट्राइक हुई थी।

इसके अतिरिक्त पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई द्वारा अलक़ायदा के आतंकियों को प्रशिक्षण देने की बात भी पाक पीएम ने कबूली है। उन्होंने बताया कि अफ़ग़ानिस्तान में लड़ने के लिए पाक फ़ौज और आईएसआई ने अलक़ायदा के आतंकियों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने अलक़ायदा और पाकिस्तान के मध्य सम्बन्ध होने की बात भी कही।

इमरान ख़ान ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान और अलक़ायदा के सम्बन्ध इसलिए है, क्योंकि उसके आतंकियों को पाकिस्तान ने ट्रेनिंग दी। हालाँकि पाक फ़ौज के प्रवक्ता आसिफ गफूर इन आरोपों से लगातार इनकार करते रहे हैं।