अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बयानों के कारण अक्सर सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर हमला बोल कर वहां के बड़े लीडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया। इस घटना के बाद युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। बहरहाल अपने इस निर्णय पर डोनाल्ड ट्रम्प को फक्र है और उन्होंने इसके लिए खुद को नोबेल पुरस्कार दिए जाने की वकालत की है।

डोनाल्ड ट्रम्प ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को मारने के लिए ड्रोन हमले का आदेश देकर उन्होंने 'अमेरिकी नागरिकों के साथ न्याय' किया है और इसके लिए वे नोबेल पुरस्कार के हकदार हैं।

बता दें की डोनाल्ड ट्रंप के इस निर्णय पर डेमोक्रेटिक नेताओं ने प्रश्नचिन्ह खड़े किये हैं। राष्ट्रपति ट्रैम्प के निर्णय पर प्रश्न खड़े करते हुए डेमोक्रेटिक नेताओं ने कहा कि 'बिना किसी विचार के यह कदम उठाया गया है।'

विपक्षी दल के नेताओं ने सदन में इस बाबत एक प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को ईरान के खिलाफ आगे की सैन्य कार्रवाई करने के पहले कांग्रेस से सलाह मशवरा करनी चाहिए थी।

बहरहाल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद को नोबेल का दावेदार बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी नोबेल पुरस्कार नहीं जीता है। इसके बाद उन्होंने साल 2019 के नोबेल पुरस्कार विजेता, इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद की तरफ इशारा करते हुए यह कहा कि वह खुद भी इस सम्मान के हकदार हैं। उन्होंने इस मसले पर कहा की, 'मैंने एक देश को बचाया, और मैंने सुना कि देश के प्रमुख को देश को बचाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिला है।'