देश में बढ़ते महिला अपराधों के बीच उत्तरप्रदेश के एटा से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। ख़बरों के अनुसार एटा के जिला अस्पताल में मंगलवार के दिन एक बलात्कार पीड़िता के साथ अस्पताल प्रशासन ने बेहद ही अव्यवहारिक कृत्य किया।
दरअसल बलात्कार पीड़िता के पिता अपने कंधे पर पीड़ित किशोरी को लेकर एटा जिला अस्पताल पहुंचे पर वहां किसी ने उनकी सुध नहीं ली। वे अपने बेटी को कंधे पर लिए अस्पताल परिसर में इधर उधर मारे मारे फिरते रहे और ना उसका एक्सरे हुआ और ना ही इलाज हो सका।
इस मामले के प्रकाश में आने के बाद अस्पताल के अधिकारी अब पूरे मामले को रफा दफा करने का प्रयास करते हुए जांच किये जाने की बात कर रहे हैं। बता दें कि थाना मारहरा क्षेत्र के एक शख्स ने रविवार को अपने ही गांव के एक युवक समेत तीन लोगों के खिलाफ अपनी बेटी के साथ बलात्कार करने का आरोप लगते हुए शिकायत दर्ज कराई।
शख्स ने यह गांव के ही तीन लोगों पर आरोप लगाया की इन्होने उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी को पहले तो एक मकान में बंधक बना लिया और उसके बाद उसके साथ छेड़छाड़ की गई। इस दौरान जब किशोरी ने ऐसा करने पर विरोध किया तो उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। इसके अलावा किशोरी के परिजनों ने किशोरी के साथ बलात्कार किये जाने का भी आरोप लगाया। इस दौरान आरोपियों ने किशोरी को जातिसूचक शब्दों से अपमानित भी कर रहे थे ऐसा भी परिजनों ने बताया।
इस वारदात के बाद जब किशोरी किसी तरह आरोपियों के चंगुल से बच कर भागने में सफल होती है तब वो वापिस अपने परिजनों के पास पहुँच कर उन्हें पूरी वारदात से अवगत करवाती है।
पुलिस की तरफ से किशोरी को मेडिकल परीक्षण और उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। मंगलवार की सुबह जब अस्पताल खुला तब पीड़िता को अपने कंधे पर उठा कर उसका पिता उसका एक्सरे कराने के लिए जिला अस्पताल में बड़ी देर तक इधर उधर भटकता रहा। इस दौरान वो कभी डॉक्टर के पास तो कभी किसी अधिकारी के पास घूमता रहा परन्तु उसकी बेटी का एक्सरे नहीं हो सका। बाद में बताया गया की एक्सरे मशीन ख़राब है और उसे अलीगढ़ रेफर करना पड़ेगा।
इसके बाद भी पीड़ित किशोरी का पिता उसे अपने कंधे पर लादकर रेफर लैटर बनवाने के लिए इमरजेंसी में पहुंचा। यहां पर लोगों द्वारा आपत्ति दर्ज करने और वीडियो बनाये जाने के बाद अस्पताल के सुस्त स्टॉफ हरकत में आये और किशोरी को स्ट्रेचर पर लिटाकर वन स्टॉप सेंटर तक पहुंचाया गया।