श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए आत्मघाती हमले को नौ लोगो ने मिलकर अंजाम दिया। इन नौ आत्मघाती हमलावरों में के समूह में एक महिला भी शामिल थी। अभी तक आठ हमलावरों की पहचान हो चुकी है। सबसे बड़ी बात यह है की इनमे से अधिकतर हमलावर सम्पन्न परिवारों से आते थे साथ ही ये हमलावर पढ़े-लिखे भी थे। इतना ही नहीं इन में से एक आत्मघाती हमलावर ने ब्रिटेन में पढ़ाई की थी और श्रीलंका आने से पहले ऑस्ट्रेलिया से स्नातकोत्तर किया था। हमलावरों में जो महिला शामिल थी उसकी पहचान एक आत्मघाती बम हमलवार की पत्नी के रूप में हुई है।

आत्मघाती दस्ते में शामिल दो भाई इन्साफ़ इब्राहीम और इल्हाम इब्राहिम श्रीलंका के एक बहुत बड़े मसाला कारोबारी मोहम्मद युसूफ इब्राहीम के पुत्र थे। इलहाम और इंसाफ ने कोलंबो में शांगरी-ला और सिनामॉन ग्रांड होटल में नाश्ते के लिए कतार में लगे मेहमानों के सामने खुद को उड़ा लिया था।

बता दें की मोहम्मद युसूफ इब्राहीम राजनितिक तौर पर बेहद सक्रिय है। तीन चर्चो और तीन होटलों में हुए इस आत्मघाती हमले में अब तक 359 लोगो की मौत हो चुकी है। जबकि 500 से ज्यादा लोग घायल है। इस हमले में मरने वाले लोगो में 10 भारतीय भी है।

श्रीलंका के रक्षा राज्यमंत्री रुवान विजयवर्धने ने बताया कि इन हमलों को स्थानीय मुस्लिम आतंकी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) से अलग हुए एक समूह ने अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि इस संगठन के सदस्यों के बीच मतभेद था और हमला उस धड़े ने किया जो एनटीजे से अलग हो गया था। रक्षा राज्यमंत्री रुवन विजयवर्धने ने सुरक्षा प्रबंधन में चूक की बात स्वीकार करते हुए कहा कि श्रीलंका को संभावित आतंकी हमले की ख़ुफ़िया जानकारियाँ मिली थी। आतंकी हमले के पीछे बड़ी विफलता को स्वीकार करते हुए उन्होंने यह जानकारी साझा की।