भारत ने अपने दूसरे कार्यकाल में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून (UAPA) बिल को पास करवाया था। उसके बाद इस कानून के तहत भारत ने मौलाना मसूद अजहर, हाफिज सईद, जकी उर रहमान लखवी और दाऊद इब्राहिम जैसे अपराधियों को मोस्टवांटेड घोषित किया है। इस फैसले का अमेरिका समेत कई दूसरे देशों ने भी समर्थन किया है। अब हाफिज सईद को वैश्विक आतंकवादी भी घोषित कर दिया है। इस वैश्विक आतंकवादी के लिए पाकिस्तान ने UN का दरवाज़ा खटखटाया है।

ग़ौरतलब है कि 15 अगस्त को पाकिस्तान ने यूएनएससी को पत्र लिखकर एक अपील की थी जिसके अनुसार पाकिस्तान ने बताया कि हाफ़िज़ सईद के परिवार में चार लोग है जो सिर्फ उसी पर आश्रित है। इसलिए उसे अपने बैंक खाते का उपयोग करने की अनुमति प्रदान की जाए। हाफिज सईद के साथ साथ हाजी मोहम्मद अशरफ और जफर इकबाल को अपने बैंक खातों में से रोजमर्रा के पैसे निकालने की इजाज़त मिली है।

सुरक्षा परिषद को पत्र मिलने के बाद इस पर सुरक्षा परिषद ने आपत्ति लेने का समय निर्धारित किया था। निर्धारित समय में इस आवेदन पर कोई आपत्ति नहीं आने के कारण उन्हें इसकी मंजूरी मिल गई है। सुरक्षा परिषद ने हाफिज सईद और उसके परिवार के रोजमर्रा के खर्चों के लिए 1.5 लाख पाकिस्तानी रुपयों का उपयोग करने की इजाज़त दी है।

जानकारी दे दें कि हाफिज सईद को आतंकी फंडिंग करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। अब वो पाकिस्तान के लाहौर की कोट लखपत जेल में कैद है। इस केस की कार्यवाही कर रही लाहौर हाई कोर्ट की दो मुख्य न्यायाधीश की पीठ को बदल दिया गया है। भारत ने हाफिज सईद की इस गिरफ्तारी को नाटक बताया।