शुक्रवार को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के प्रेसिडेंट मार्शल बिलिंग्स ने कहा की इस बात प्रबल संभावना है की अक्टूबर में पेरिस में होने वाली इंटरनैशनल फाइनेंशियल वॉचडॉग की अगली मीटिंग के बाद पाकिस्तान को "ब्लैक लिस्ट" में डाल दिया जाए। यह टिप्पणी फ्लोरिडा के ओरलैंडो में आयोजित एफएटीएफ प्लेनरी के अंत में एक प्रेस ब्रीफिंग में उनके द्वारा की गई थी।
गौरतलब है की पाकिस्तान पिछले कई सालों से भारत पर हमला करने के लिए आतंकवादियों को तैयार करता आ रहा है और साथ की एक्टिव आतंकवादियों और उनके नेटवर्क को सपोर्ट कर रहा है। यहाँ तक की पाकिस्तान उन्हें आर्थिक रूप से भी मदद कर रहा है। इसके लिए पाकिस्तान को FATF ने चेतावनी दी है। बता दें की पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल है। FATF ने पहले भी पाकिस्तान को यह चेतावनी दी थी।
अमेरिका के ओरलैंडो में फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की मीटिंग चल रही है। आपको बता दे FATF अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो टेरर फंडिंग (आतंकी संगठन की मदद देना ) और मनी लॉन्ड्रिंग पर लगाम कसने के लिए काम करती है। इस मीटिंग में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने कहा है कि पाकिस्तान टेरर फंडिंग (आतंकी संगठन की मदद देना) को रोकने में नाकाम रहा है। FATF ने शुक्रवार को पाकिस्तान को चेतावनी दी है की पाक अक्टूबर तक अपने वादों को पूरा नहीं करता तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
चेतावनी पर पाकिस्तान की तरफ से कहा गया की-वह ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए न सिर्फ संस्था के हर निर्देश पर अमल करने के लिए तैयार है बल्कि अपनी ओर से एक्शन प्लान लागू करने के प्रयास भी कर रहा है। बता दें की पाकिस्तान पिछले एक साल से FATF की ग्रे लिस्ट में है और उसने FATF से पिछले साल जून में ऐंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग रोकने के लिए वादा किया था लेकिन वादे को पूरा नहीं कर पाया।
बता दें की FATF जिस देश को ग्रे लिस्ट में रखता है, उस देश को कर्ज देने में बड़ा जोखिम समझा जाता है। इसी कारण पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति ख़राब चल रही है। वही दूसरी तरफ भारत भी पाकिस्तान पर लगातार दबाव बना रहा है ताकि वो ग्रे लिस्ट में रहे या उसे डाउनग्रेड कर 'ब्लैक' लिस्ट में डाला जाए।