पाकिस्तान के सिंध प्रांत से ऐसा मामला सामने आया है जिसके कारण दंगा भड़क गया। यहाँ पर एक बच्चे के पिता द्वारा एक स्कूल के हिंदू प्रधानाचार्य के खिलाफ ईश निंदा की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गयी। जिसके बाद दंगाइयों ने स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ कर दी साथ ही 3 हिंदू मंदिरों पर भी हमला बोला और उसे तहस नहस कर दिया।
इतना ही नहीं मुसलमानों की भीड़ ने हिंदू समुदाय के कई अन्य घरों में भी तोड़फोड़ की। दंगाई भीड़ की मांग है कि प्रधानाचार्य को उनके हवाले किया जाए। सरकार से मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की है। घटना के बाद से पूरे प्रांत में हिंदू समुदाय के लोगों में खौफ का माहौल है।
पाकिस्तानी समाचार पत्र द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, सिंध के घोटकी जिले में एक बच्चे के पिता अब्दुल अजीज़ राजपूत की ओर से सिंध पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य नोटन मल के खिलाफ कथित तौर पर ईशनिंदा किए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई गयी। शनिवार को जिसके बाद प्रदर्शन शुरू हो गया। अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के प्रधानाचार्य पर उग्र भीड़ कार्रवाई की मांग कर रही थी।
पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग की ओर से एक वीडियो शेयर किया गया है कि उग्र भीड़ ने स्कूल में घुसकर तोड़ फोड़ कर दी। आयोग ने हालात पर चिंता जताते हुए ट्वीट भी किया है। इस घटना से संबंधित कई वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में उग्र दंगाइयों की भीड़ एक हिंदू मंदिर में घुसकर उसे नष्ट करते हुए दिख रही है। फिर भीड़ स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ कर रही है।
The Hindu temple vandalised in Ghotki, Sindh by extremists over blasphemy accusations against a Hindu principal is that of Sant Satram Dham Sahib pic.twitter.com/iMBiJsFxUo
— Bilal Farooqi (@bilalfqi) September 15, 2019
A Hindu principal in Ghotki, Sindh has purportedly been accused of committing blasphemy by extremists, who have vandalised his school. Hindu community in the area is in danger. They must be provided with protection immediately! Video & report via Shankar Meghwar pic.twitter.com/Xctf04brli
— Bilal Farooqi (@bilalfqi) September 15, 2019
Trouble was brewing in Ghotki, Sindh since last night over blasphemy accusations against a Hindu principal. Authorities should have taken preemptive measures to protect the Hindu community, their temples and homes pic.twitter.com/46qXud3wWc
— Bilal Farooqi (@bilalfqi) September 15, 2019
ट्विटर पर सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों ने दंगे की वीडियो और फोटो अपलोड किए हैं। इसके अलावा सिंध सरकार से अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा के उपाय करने की भी मांग की गयी है।