पाकिस्तान पहले से ही पीएम मोदी से खौफ खाया हुआ है। और अब मोदी के दोबारा सत्ता में आने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को बनाया गया है जिसके कारण डी कंपनी में भी अब डर के माहौल की खबर है। डी कंपनी और उसके गुर्गों को इस बात का भय है की देश का सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली मंत्रालय अब अमित शाह जैसे दिगज्ज नेता के हाथ में है। जिसके कारण गृह मंत्रालय में धूल खाती पुरानी फाइलें फिर से खुल सकती है और उन पर सख्ती से कार्य हो सकता है।
बता दे कि एक जमाना था जब अंडरवर्ल्ड की डी कंपनी की दहशत होती थी परन्तु अब वही डी कंपनी मोदी, शाह और डोभाल से डरी हुयी है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब यह जानकारी मिली कि हाल ही में दाऊद के बहुत करीबी माने जाने वाले छोटा शकील ने एक अज्ञात ठिकाने पर अपने खासमखास गुर्गों की बैठक को बुलवाया है।
शकील ने इस बैठक के दौरान इंटरनेट बेस्ड कॉन्फ्रेंस कॉल से दुनिया भर में उपस्थित अपने दूसरे गुर्गों के साथ फोन पर बातचीत की। सूत्रों ने दावा किया है कि अभी जो हालात है उसमे डी कंपनी को अपने काले कारनामों को अंजाम देने की अगली रणनीति तय करने के साथ साथ कदम फूंक-फूंक कर रखना पड़ेगा।
सूत्रों से यह बात भी सामने आयी है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद दाऊद ने आईएसआई और पाकिस्तानी मिलिट्री के अफसरों से खुद की हिफाज़त के लिए बातचीत की थी। दाऊद के कहने पर ही खुद छोटा शकील ने भारत देश में अलग-अलग कारोबार संभाल रहे गुर्गों को सावधानी बरतने को कहा है। इतना ही नहीं ड्रग्स, फिरौती, फेक करंसी, अवैध हथियार ,सट्टा बाजार ,जैसे कारोबार संभालने वाले गुर्गों को यहाँ तक कहा गया है कि यदि उन्हें अधिक खतरा अनुभव हो तो वह देश छोड़कर थाईलैंड, बांग्लादेश, इंडोनेशिय, दुबई जैसे देशों में छुप सकते है ।