फेसबुक पर एक धर्म विशेष के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर ऋचा भारती नामक युवती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था और फिर अदालत द्वारा उसे कुरआन की पांच पार्टियां बांटने की सजा दी गई थी। हालांकि इस सजा का ऋचा ने विरोध किया था जिसके बाद अब खबर आ रही है की इस मामले में ऋचा को जीत मिली है और कोर्ट ने अपना अजीबोगरीब फैसला वापिस ले लिया है।
कोर्ट ने अपने लिखित आदेश में इस आदेश को तुरंत वापिस लेने की बात कही है। इस आदेश की पार्टियां धीरे धीरे सॉइल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और लोग इसे ऋचा भारती की जीत के तौर पर देख रहे हैं।
इससे पहले इस मुद्दे पर ऋचा को हर तरफ से खूब समर्थन मिला। जहाँ देश भर से कई जाने माने लोगों ने ऋचा को अपना समर्थन दिया वहीं झारखंड के वकीलों ने अदालत के अजीबोगरीब आदेश के विरोध में जज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और उनका बहिष्कार किया था।
इस मामले पर भाजपा नेत्री साध्वी प्राची ने भी ऋचा के पक्ष में बड़ा बयान दिया था।
इस मामले में साध्वी प्राची ने कहा कि कोर्ट ने जो फैसला दिया है वह किसी मिलार्ड का फैंसला नहीं लग रहा है बल्कि ऐसा लग रहा है कि एक फतवा जारी किया गया हो। उन्होंने अपने बयान में कहा कि, ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे ये सीरिया में जजमेंट आया है, हिंदुस्तान से नहीं। उन्होंने जज के लिए कहा कि यदि शांति हेतु यह फैसला होता तो मिलार्ड को वेद बांटने के लिए कहना चाहिए था।