हाल ही में झारखंड की रहने वाली ऋचा भारती के एक फेसबुक पोस्ट को कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी बता कर की एक अदालत के न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह ने इस मामले में उन्हें 5 कुरान की प्रति बांटने का अजीबोगरीब आदेश दिया था। पर जमानत पर जेल से बाहर निकली ऋचा भारती ने कुरान बांटने से साफ़ इंकार कर दिया।
अब न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह के इस अजीबोगरीब आदेश का विरोध रांची जिले के वकील भी कर रहे है। इसी के चलते उन्होंने बुधवार को मनीष कुमार सिंह की अदालत का बहिष्कार भी किया। जज की तरफ से दिए गए इस तरह के आदेश की वकीलों ने निंदा की है।
Ranchi District Bar Association has decided to boycott the court of the Magistrate who gave the conditional bail to Richa Patel pic.twitter.com/hg8zt0DeFm
— Abhishek (@__shek) July 17, 2019
इधर रांची वीमेंस कॉलेज के बीकॉम थर्ड ईयर में पढऩे वाली ऋचा लोगो के सवालों से जरा भी नहीं डरी और निडरता से कहा कि प्रशासन ने जो कार्रवाई की वह एकतरफा है। हमने तो केवल पोस्ट को शेयर किया परन्तु पोस्ट करने वाले तो अभी भी बाहर ही है। दूसरी बात यह कि सोशल साइट पर मुझे काफी गाली दी गई है। बता दें कि गाली देना भी एक गुनाह है फिर प्रशासन ने उन लोगो पर क्यों कार्रवाई नहीं की।
ऋचा ने यह भी कहा कि मुझे जिस प्रकार की सजा दी जा रही है क्या ऐसी ही सजा उन्हें दी जाती है जो हिंदू धर्म के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी करते हैं और तस्वीरें पोस्ट करते हैं? ऋचा ने कहा कि जब हिंदू धर्म के खिलाफ में अनाप-शनाप लिखा जाता है तो उस समय उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। आपका एकतरफा कार्रवाई क्या संदेश देगा?
बता दें कि सोशल साइट फेसबुक पर 12 जुलाई को विवादित पोस्ट शेयर करने के कारण ऋचा को जेल भेज दिया गया था। सोमवार के दिन न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह की अदालत ने सशर्त ऋचा को जमानत दी थी।