चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हाल ही में भारत आए थे। उनकी खास कारों का काफिला भी उनके साथ आया था। जिनपिंग की कार होंग्की एल-5 महाबलीपुरम प्रवास के दौरान काफी चर्चा में थी। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि चीन की यह लिमोजिन टोयोटा की सेंचुरी लिमो की हूबहू नकल की है। चीन ने सिर्फ इस कार की कॉपी नही की है। चीन ने दुनिया की तमाम शानदार लग्जरी कारों को अपने देश में अलग नाम के साथ निर्मित किया है। चीन की निगाह से सबसे महंगी कारें बनाने वाली रॉल्स रॉयस भी इससे नहीं बच सकी है।  

चीन की जीली जीई ने 2009 में एलान किया था कि फिर से क्लासिक कार को पुनर्जीवित करने की तैयारी कर रही है। जब यह कार लोगों के समक्ष आई थी, तो वह दिखने में रॉल्स रॉयस फैंटम से मिलती-जुलती थी। इस कार को कंपनी ने शंघाई मोटर शो में पेश किया था। इस कार की कीमत कंपनी ने 44,000 हजार डॉलर रखी। उस दौरान नई फैंटम की कीमत साढ़े तीन लाख डॉलर थी।  

एक समय में मर्सिडीज बेंज की यह कार काफी पॉपुलर रही थी। चीन ने भी ऐसी मिलती-जुलती कार बना दी है। चीन की इस कार नाम था BYD S8, जो की चीन की पहली हार्डटॉप कनवर्टिबल कार थी। इस कार की कीमत कंपनी ने 22 हजार डॉलर रखी थी। फिर कंपनी ने इसका नाम F8 रख दिया।

चीनी कंपनी द्वारा बनायी गयी इस कार को देख कर पहली नजरों में मर्सिडीज जीएलए का अहसास ज़रूर होगा। यह असल में के-वन है। इसकी शेप, रेडिएटर ग्रिल जीएलए से, हेडलाइट्स मिलता जुलता है।