CAA पर देशभर में हो रहे हिंसक विरोधों के बीच एक पाकिस्तानी महिला को दी गई भारतीय नागरिकता

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Prabhat Sharma
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CAA पर देशभर में हो रहे हिंसक विरोधों के बीच एक पाकिस्तानी महिला को दी गई भारतीय नागरिकता

एक तरफ जहाँ देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर हिंसक विरोध देखने को मिल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान से आई एक महिला को भारतीय नागरिकता प्रदान कर दी गई है। ग़ौरतलब है की नागरिकता संशोधन कानून को लेकर आज कई राजनीतिक दल ने भारत बंद का आह्वान किया है। इस भारत बंद के दौरान लखनऊ से लेकर दिल्ली तक में हिंसक विरोध देखने को मिला है। इस कानून का विरोध कर रहे लोग यह भूल  जाते हैं की इसका लाभ पाकिस्तान और बांग्लादेश में प्रताड़ित हुए अल्पसंख्यकों को मिलने जा रहा है।

ऐसा ही लाभ गुजरात में पाकिस्तान से आई एक महिला को मिला है। इस महिला का नाम हसीना बेन है और इन्होंने दो साल पहले भारतीय नागरिकता पाने के लिए आवेदन किया था। अब दो साल के इंतजार के बाद हसीना बेन को आज आखिरकार भारत कि नागरिकता मिल ही गई है।

बता दें कि हसीना बेन मूलतः भारत की हीं रहने वालीं थी परन्तु उन्होंने साल 1999 में पाकिस्तानी शख्स से शादी कर ली थीं और पाकिस्तान जाकर रहने लगी थीं। पर पाकिस्तान में रहने के दौरान हीं उनके पति की मृत्यु हो गई। अपने पति की मृत्यु के बाद हसीना बेन ने भारत वापस आने का निर्णय लिया। ग़ौरतलब है की दो साल पहले हसीना ने भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था।

हसीना को दो साल के इंतजार के बाद बुधवार 18 दिसंबर, 2019 को भारत सरकार की तरफ से नागरिकता का प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया गया है और अब वे पुनः भारतीय बन गई हैं । ग़ौरतलब है की गुजरात के द्वारका क्षेत्र में भारतीय नागरिकता लेने के लिए हसीना बेन ने कलेक्टर को आवेदन किया था। द्वारका जिले के कलेक्टर डॉ नरेंद्र कुमार मीणा की तरफ से बुधवार को हसीना बेन को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र दे दिया गया।

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