आज मंगलवार को देश के गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक पंजी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 पर आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करने के लिए बंगाल पहुंचे थे। सभा को संबोधित करते हुए NRC, अनुच्छेद 370, बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में उन्होंने चर्चा की।

गृहमंत्री अमित शाह ने NRC के मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि "भाजपा सरकार एनआरसी के पहले सिटिजन अमेंडमेंट बिल लाने वाली है, इस बिल के तहत भारत में जितने भी हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई शरणार्थी आये हैं उन्हें हमेशा के लिए भारत की नागरिकता दी जाने वाली है। मैं आपको स्पष्ट कहना चाहता हूँ कि हम एनआरसी ला रहे हैं, उसके बाद हिंदुस्तान में एक भी घुसपैठिए को रहने नहीं देंगे, उन्हें चुन-चुनकर बाहर करेंगे।"

अमित शाह ने श्यामाप्रसाद मुखर्जी को याद करते हुए कहा "इसी बंगाल के सपूत डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने नारा लगाया था कि एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो संविधान नहीं चलेंगे। भारत मां के इस महान सपूत को गिरफ्तार किया गया था और रहस्यमय तरीके से उनकी मृत्यु हो गई। श्यामा प्रसाद जी की शहादत के बाद कांग्रेस को लगा कि मामला अब समाप्त हो गया, लेकिन उन्हें पता नहीं कि हम भाजपा वाले हैं किसी चीज को पकड़ते हैं तो फिर उसे छोड़ते नहीं हैं।" बंगाल के सपूत श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने यह नारा दिया था "एक निशान, एक विधान और एक प्रधान"

अंत में गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा "पश्चिम बंगाल की जनता अगर परिवर्तन नहीं करती तो भाजपा 300 सीटों से ज्यादा जीतने का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाती। इस लोकसभा चुनाव में बंगाल में भाजपा को 18 सीटों पर जीत मिली है। अब आने वाले चुनाव में यहां निश्चित रूप से भाजपा की सरकार बनने वाली है"

बंगाल में जिस तरह भाजपा के पक्ष में माहौल बन रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राज्य में केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू नहीं कर रही है जिसके कारण बंगाल की जनता उन योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रही है उससे हम यह अनुमान लगा सकते है कि शायद इस बार बंगाल में सत्ता परिवर्तन हो सकता है।