नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों से सबसे अच्छे तरीके से उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने निपटा। उत्तरप्रदेश पुलिस ने हिंसा करने वाले और सार्वजानिक संपत्ति को नुक्सान पहुंचाने वाले लोगों से नुक्सान की भरपाई करवाने लगे जिससे ये हिंसा बंद हुआ। अब देश में CAA के विरुद्ध प्रदर्शन के नाम पर कुछ जगहों पर महिलाओं का प्रदर्शन हो रहा है और इन प्रदर्शनों पर भी उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निशाना साधा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन प्रदर्शनों पर निशाना साधते हुए एक जनसभा में कहा कि, ‘‘मैं फिर इस मंच से कहूंगा कि लोकतंत्र में धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन देना सब का अधिकार है। लेकिन, कोई सार्वजनिक संपत्ति को, व्यापारिक प्रतिष्ठानों को जलायेगा, तोड़फोड़ करेगा तो हम उसकी संपत्ति से वसूली करके ले लेंगे और आगे के लिए हम उनको वह सजा देंगे कि आने वाली पीढ़ी उन्हें याद करेगी कि कैसे कार्य होते हैं। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कीमत क्या होती है इसके बारे में उनको 10 बार सोचना पड़ेगा।''
बता दें की बुधवार को आयोजित किये गए इस जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि "कुछ लोगों में इतनी हिम्मत नहीं कि वे स्वयं आंदोलन करें, इसलिए घर की महिलाओं और बच्चों को चौराहों पर बैठा दिया है। पुरुष घर में रजाई में सो रहे हैं और महिलाएं चौराहे पर हैं।"
ये बातें योगी आदित्यनाथ ने कानपुर के साकेत नगर स्थित मैदान में बुधवार को सीएए के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रदर्शन के नाम पर हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।