कांग्रेस पार्टी की परेशानियां बढ़ती जा रही है क्योंकि पार्टी के एक और दिग्गज नेता जांच एजेंसियों के शिकंजे में आ गए हैं। पहले आईएनएक्स मीडिया केस में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी हुई थी अब इसके 13 दिन बाद मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि डीके शिवकुमार दक्षिण भारत में कांग्रेस के बड़े चेहरों में से एक है।
डीके शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने समन जारी किया था। इसके लिए कर्नाटक हाई कोर्ट में शिवकुमार ने याचिका दी थी। इस मामले की सुनवाई 29 अगस्त को हुई लेकिन शिवकुमार को कोर्ट ने कोई राहत नहीं दी। साथ ही प्रवर्तन निदेशालय के समन को ख़ारिज करने से भी इंकार कर दिया।
1 सितम्बर को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवकुमार प्रवर्तन निदेशालय के सामने तीसरी बार पूछताछ के लिए पेश हुए थे। शुक्रवार और शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय ने 13 घंटे से अधिक देर तक पूछताछ की।
बता दें कि कर्नाटक के डीके शिवकुमार के खिलाफ आय से ज्यादा सम्पत्ति होने का मामला दर्ज हुआ है। आयकर विभाग ने 2017 में शिवकुमार के 64 स्थानों पर छापेमारी भी की थी। टैक्स चोरी के मामले में उनपर कार्यवाही की गयी थी।
जानकारी दे दें कि डीके शिवकुमार कांग्रेस आलाकमान के क़रीबी है और उनका नाम कॉग्रेस के सबसे अमीर प्रत्याशियो में आता है। वह 850 करोड़ की सम्पत्ति रखते है। वह वोक्कालिगा समुदाय से आते है। देवगौड़ा भी इसी समुदाय से आते है।