उत्तरप्रदेश के सोनभद्र में हुए नरसंहार पर उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने संवेदना जताई है। सोनभद्र में हुई इस घटना को लेकर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए। सीएम योगी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ग़ौरतलब है कि उत्तरप्रदेश के सोनभद्र जिले कुछ दिनों से एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इस जमीन पर ग्राम का प्रधान कब्ज़ा करना चाहता था और पीड़ित परिवार बरसों से इस जमीन पर खेती करके अपना गुजर बसर कर रहा था। जमीन पर कब्ज़ा करने की मंशा से 16 जुलाई को 32 ट्रेक्टर में करीब 300 लोग जमीन पर पहुंचे और पीड़ित परिवार पर हमला कर दिया है। ग्राम के प्रधान द्वारा किये गए इस हमले में करीब 10 लोगों की हत्या हो चुकी है। पुलिस ने ग्राम के प्रधान और उसके भतीजे सहित करीब 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रेसवार्ता में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का जिम्मेदार कांग्रेस को बताया है उन्होंने विस्तार में बताते हुए कहा कि "इस घटना के लिए 1955 की कांग्रेस सरकार है जिसके कार्यकाल में इस घटना की नीव पड़ी थी। 1955 में वनवासियों की खेती करने की ज़मीन को आदर्श सोसाइटी के नाम पर दर्ज किया गया था और वर्ष 1989 में कांग्रेस सरकार ने इस जमीन को किसी व्यक्ति के नाम कर दिया गया था।"

सीएम योगी आदित्यानाथ ने इस पूरे मामले में स्वीकारा है कि संबंधित अधिकारियों ने पूरी घटना में लापरवाही बरती है और वाराणसी जोन के एडीजी को पूरी घटना की जांच करके 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए है। सोनभद्र नरसंहार में की गई लापरवाही के आरोप में सीओ, एसडीएम, इंस्पेक्टर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने संस्पेंड कर दिया गया है।