सड़क पर ग़रीबी और लाचारी में जीवन यापन करने वालों के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बहुत ही प्रशंसनीय कदम उठाया है। सड़कों पर रहने वाले बेसहारा लोगों को दो वक्त की रोटी के लिए तरसना पड़ता है। लेकिन अब योगी आदित्यनाथ के द्वारा लायी जा रही योजना के कारण अब कोई भी गरीब, असहाय या बुजुर्ग भूखा नही सोयेगा। इन लोगों को दो वक्त का अच्छा खाना मिल सके, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार शादी समारोह, पार्टी आदि में होटल और रेस्टोरेंट में बचे खाने को योजनाबद्ध तरीके से इन लोगों तक पहुंचाएगी। इससे खाने की बर्बादी नहीं होगी और साथ ही गरीब भी बेहतर खाना खा सकेंगे। विभिन्न सामाजिक संगठन औषधि विभाग के साथ मिलकर होटल और रेस्टोरेंट से खाना इकट्ठा करने का काम करेंगे।
शहरों में हजारों की तादात में लोग सड़कों के किनारे ही अपना जीवन बिताते हैं। वे सड़क के किनारे ही रात बिताते हैं। कभी वे खाने की जुगाड़ कर लेते हैं तो कभी उन्हें भूखे पेट ही सोना पड़ता है। ऐसे लोगों को राहत देने के लिए प्रदेश सरकार ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को काम पर लगाया है। इस योजना के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बड़े होटल और रेस्टोरेंट में शादी और अन्य समारोह के दौरान बड़ी मात्रा में खाना बच जाता है। इस बचे हुए खाने के प्रबंधन की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण ये पूरी तरह बर्बाद हो जाता है। इस बचे हुए खाने को यदि ज़रूरतमंदों तक पहुंचाया जाए तो हजारों लोगों का पेट भरा जा सकता है।
इस योजना को सफल बनाने के लिए एनजीओ से भी सहायता ली जायेगी। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश मिश्र के अनुसार भारत सरकार ने होटल और रेस्टोरेंट में बचे हुए खाने के इस्तेमाल वाली योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन से संपर्क किया जा रहा है। पहले खाने को इकट्ठा किया जाएगा और फिर उसे ज़रूरतमंदों तक पहुँचाया जायेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार से पहले भी कई संस्थाएं बेसहारा लोगों की मदद की पहल कर चुकी है। प्रसादम संस्था केजीएमयू, लोहिया और बलरामपुर अस्पताल में प्रतिदिन 1000 ज़रूरतमंदों को फ्री में भोजन कराता है।