उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नियमों के पालन पर बहुत सख्त हैं। उन्हें किसी भी तरह की लापरवाही या चूक बर्दाश्त नही है। अपने इसी स्वभाव का उदाहरण देते हुए उन्होंने लखनऊ के 368 स्कूलों को नियमों की अनदेखी करने के कारण बंद करा दिया है।  

ग़ौरतलब है कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया था कि वे यूडीआईएसई के ऑनलाइन पोर्टल पर अपनी जानकारी दें। लेकिन लखनऊ के 368 स्कूलों के द्वारा योगी सरकार के निर्देश की अनदेखी की गई। नतीज़तन सरकार ने शुक्रवार को उन पर कार्यवाही करते हुए उन्हें बंद करने के निर्देश दे दिया है। योगी सरकार के इन निर्देशों के बाद भी यदि कोई स्कूल खुला पाया गया तो उसे 1 लाख रूपये का हर्जाना देना होगा।

योगी आदित्यनाथ प्रशासन के मामले में बहुत सख्त हैं। वे हर काम पूरी प्रतिबद्धता के साथ और समय पर करने में विश्वास रखते हैं। उनकी अतुलनीय प्रशासनिक क्षमता के कारण ही उत्तर प्रदेश की जनता ने उनके ऊपर अपना विश्वास जताया है। वे समय-समय पर कड़े कदम उठाकर प्रशासन और व्यवस्था को दुरुस्त करते रहते हैं। उन्होंने अपने अब तक के कार्यकाल में ऐसे कई साहसिक निर्णय लिए हैं जिनके बारे में निर्णय लेने से पहले अन्य कोई मुख्यमंत्री सैकड़ों बार सोचता।

मॉब लिंचिंग का मामला हो या मुख्यमंत्री आवास पर गुरुबानी के पाठ का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुद्ध अन्तःकरण से जनता के हित में कड़े निर्णय लेकर बताया है कि वे न्यायपूर्ण कार्य करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।