आंध्र प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी सरकार ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम् के कर्मचारियों के लिए गुरुवार को एक नया नियम जारी किया। नियम के अनुसार, मंदिर ट्रस्ट में कार्यरत गैर हिंदू या जिन्होंने हिंदू धर्म को छोड़कर किसी अन्य धर्म को अपना लिया है उन कर्मचारियों को नौकरी छोड़नी होगी। ये कर्मचारी दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिर तिरुमाला का प्रबंधन करते हैं।
राज्य के मुख्य सचिव एलवी सुब्रमण्यम ने कहा मंदिर ट्रस्ट में काम करने वाले कई सारे कर्मचारी ऐसे हैं, जिन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर किसी अन्य धर्म को अपना लिया है। हालांकि यह उनका चयन है। हालाँकि उन्हें धर्म परिवर्तन करने से कोई रोक नहीं सकता, लेकिन ऐसे लोग अब तिरुपति मंदिर में नौकरी नहीं कर सकते हैं। ऐसे में इन कर्मचारियों को खुद ही साहस दिखाते हुए सामने आकर इस्तीफा देना चाहिए।
अपनी बता दे रिपोर्ट के अनुसार, तिरुमला तिरुपति देवस्थानम् में कुल 48 गैर हिंदू कर्मचारी काम कर रहे हैं। कुछ संगठनों द्वारा तिरुमला में बढ़ते धर्मांतरण को लेकर चिंता जताई गई थी। जिसके कुछ दिन बाद ही एलवी सुब्रमण्यम ने मंदिर का दौरा किया और साथ काम करने वाले सभी कर्मचारियों की जाँच करने के आदेश दिए थे।