पुलवामा हमले में भारत के 40 जवान शहीद हुए थे। पुलवामा हमले के बाद से शहीदों के परिवार भी पाकिस्तान से बदला चाहते थे और चाहते थे की उन आतंकियों को सजा मिले। जिसके चलते पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना ने आतंकी ठिकानों पर बमबारी कर दी और वीर जवानों के शहीद होने का बदला लिया गया।
बता दे की भारतीयों में अपने देश के प्रति प्रेम कूट कूट कर भरा हुआ है। ऐसी ही एक मिसाल हाल ही में सामने आयी है। जब भारतीय वायुसेना द्वारा मिराज विमान के जरिये पाकिस्तान की जमीन पर कहर ढा रही थी तभी भारत के नागौर जिले के डाबड़ा गांव में एक शिशु का जन्म हुआ। डाबड़ा गांव में रहने वाले महावीर सिंह की पत्नी सोनम को शिशु उस समय हुआ जब भारतीय सेना पाकिस्तान के इलाके घुसकर आतंकियों सफाया कर रही थी। इसलिए इस कार्रवाई से अभिभूत होकर परिवारवालों ने शिशु का नाम मिराज सिंह राठौड़ रखा है।
जानकारी दे दे की इस शिशु के परिवार में अधिकांश लोग सेना में हैं जिसमे मिराज के बड़े ताऊ भूपेंद्र सिंह है जो की नैनीताल एयरफोर्स स्टेशन में कार्यरत है। इसके अलावा मिराज के एक और ताऊ है एसएस राठौड़ ये भी भारतीय सेना के रिटायर्ड जवान हैं। मिराज का पूरा परिवार अपने वतन के लिए प्रेरित है। ऐसे में शिशु के जन्म का समय भी बिलकुल वही रहा जब भारतीय वायु सेना दुश्मनों के छक्के छुड़ा रही थी। भारतीय वायु सेना ने मिराज विमान द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जमकर बमबारी की जिसमे 300 आतंकियों के मरने की खबर है। इस हमले में भारत के 12 मिराज विमानों का सहारा लिया गया और लेजर गाइडेड बम भी गिराए गए। इस हमले से पाकिस्तान को करारा जबाब मिला और पाकिस्तान की ईंट से ईंट बजा दी गयी।