सोशल मीडिया पर पिछले 48 घंटों एक वीडियो बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रहा है। इस वीडियो को अभी तक लाखों लोगों ने देख लिया है। इस वीडियो में CRPF की एक लेडी कांस्टेबल कविता पाठ कर रही है। लेडी कांस्टेबल द्वारा इस कविता में उपयोग किये हुए शब्द देश की वर्तमान स्थिति दर्शाती है। खुशबू चौहान का 5 मिनिट का यह वीडियो पूरी सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।

दरअसल यह लेडी कांस्टेबल CRPF की 233 बटालियन में कार्यरत खुशबू चौहान है। इन्होने 27 दिसंबर को दिल्ली में आईटीबीपी ने द्वारा आयोजित वाद विवाद प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। इस प्रतियोगिता में विषय था मानवाधिकार का पालन करते हुए आतंकवाद से निपटा जा सकता है। खुशबू ने इसके विपक्ष में बोलना तय किया। उन्होंने जब इस विषय के विरोध में बोलना शुरू किया तो मानवाधिकार की दुहाई देने वालों के 'पैरो तले जमीन खिसक गई' थी।

मानवाधिकार की दुहाई देने वालों के मुंह पर एक महिला सैनिक ने जड़ा तमाचा !!

कड़वा है पर सत्य है: मानवाधिकार की दुहाई देने वालों के मुंह पर एक महिला सैनिक ने जड़ा तमाचा !! "उस घर में घुसकर मारेंगे, जिस घर से अफजल निकलेगा वो कोख नहीं पलने देंगे, जिस घर से अफजल निकलेगा"

Posted by Narendra Modi for PM on Thursday, October 3, 2019

बड़े ही जोशीले अंदाज में खुशबू ने अपना यह भाषण दिया और देश की न्यायिक व्यवस्था द्वारा मानवाधिकार पर बवाल मचाने वालों को करारा जवाब भी दिया। खुशबू ने JNU के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर तंज कसते हुए कहा जब देश की सीमा पर कोई जवान शहीद होता है तो कोई मानवाधिकार की दुहाई नहीं देता है परन्तु जब कोई भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा लगाता है तो उस देशद्रोही के पक्ष सभी मानवाधिकार का राग अलापने वाले खड़े हो जाते है।

खुशबू यही नहीं रूकती है वो कहती है जो कहता है कि हर घर से अफजल निकलेगा तो मेरी बात सुन लो जिस घर से अफजल निकलेगा उस घर में घुसकर मारेंगे, वो कोख ही नहीं पलने देंगे जिस कोख से अफजल निकलेगा। उन्होंने आगे कहा उठो देश के वीर जवानों तुम सिंह सी दहाड़ दो, और एक तिरंगा उस कन्हैया के सीने में गाड़ दो।