संसद द्वारा हाल ही में पास किये गए नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं। जहाँ इन प्रदर्शनों की शुरुआत उत्तरपूर्व राज्यों से अहिंसक विरोध के तौर पर हुई वहीं उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में इसे लेकर हिंसक विरोध हो रहे हैं। रविवार को दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया के नज़दीक और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हिंसक प्रदर्शन हुए। बता दें की उत्तरप्रदेश के छह जिलों में धारा 144 लगी है, अलीगढ़ व सहारनपुर में इंटरनेट बंद है और इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में भी हिंसक प्रदर्शन के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है।
#JamiaProtest #AligarhMuslimUniversity
— Geetika Swami (@SwamiGeetika) December 16, 2019
This is not just #DelhiBurning, this is burning the very soul of India.
Shame on those who support these ‘Azadi Seekers’ in any form.#DelhiProtest #StudentsProtest #IITBombay #JamiaMilia #BJPburningIndia pic.twitter.com/s6DBZjYQ1G
अगर बात करें पूर्वोत्तर की तो असम में पिछले कुछ दिनों से कई इलाकों में कर्फ्यू लगाईं गई है। कर्फ्यू के कारण कुछ सुधार देखने को मिल रहा है जिस वजह से गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में कई घंटे की ढील दी गई। इस बीच भी वहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन होते रहे।
हिंदुस्तान की कब्र खुदेगी AMU की छाती पर
— Archie (@archu243) December 15, 2019
These are not students but Jihadis from #AligarhMuslimUniversity who want to instigate communal riots & break India on the lines of religion
After #JamiaProtest now #AMUProtest
Shame on these Anti National morons😓pic.twitter.com/bkhuyZQGDW
उत्तरप्रदेश में तनाव बढ़ने पर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनता से शांति और सौहार्द बनाने की अपील की और कहा कि वे नागरिकता संशोधन कानून के बारे में कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान ना दें। उन्होंने इस दौरान कहा कि "नागरिकता संशोधन कानून के संदर्भ में कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाई जाने वाली किसी भी प्रकार की अफ़वाह पर ध्यान न दें। राज्य में कायम अमन-चैन के माहौल को प्रभावित करने की किसी को अनुमति नहीं हैं।"
These are not Kashmiri terrorists but #JamiaMillia students pelting stones
— Vinita Hindustani🇮🇳 (@Being_Vinita) December 15, 2019
They play the victim card when police takes action
But as per Barkha & Arfa Khanum this is Peaceful #JamiaProtest
Aisi jhoothi media se भारत बचाओ#BharatBachaoRally #CABProtests pic.twitter.com/dtfNoombTb
नागरिकता बिल में क्या है प्रावधान
नागरिकता संशोधन बिल के संसद से पास होने के बाद अब बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों के लिए बगैर वैध दस्तावेज़ों के भी भारतीय नागरिकता हासिल करने का रास्ता आसान हो गया है परन्तु अगर ये नागरिक मुस्लिम होंगे तो उनके लिए नागरिकता हासिल करना मुश्किल ही रहेगा।
इस बिल से अब सभी गैर मुस्लिम धर्म के लोगों अर्थात हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों के लिए नागरिकता हासिल करने के लिए 11 साल देश में रहना जरूरी नहीं होगा जो पहले होता था। इस नए बिल के आने के बाद अब सिर्फ 6 साल की अवधि के बाद गैरमुस्लिओं को नागरिकता दी जा सकेगी।
क्यों हो रहा है विरोध?
पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में तो इस बिल का विरोध इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वहां के लोग बाहरी लोगों के वहां पर बसने के खिलाफ हैं। पर यही विरोध पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश और दिल्ली में सिर्फ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि नागरिकता बिल में मुस्लिमों को अलग रखा गया है।