विश्व हिन्दू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इस बार वे कैराना से सपा के विधायक नाहिद हसन को निशाने पर ले रही थीं। हसन ने कहा था कि भाजपा को सबक सिखाने के लिए मुसलमान भाई उनको समर्थन देने वाले दुकानदारों से सामान खरीदना बंद कर दें। साध्वी प्राची ने जवाबी हमला करते हुए हिंदुओं से अपील कर डाली है कि वे मुसलमाओं द्वारा निर्मित कावड़ न ख़रीदें।
अपने भड़कीले भाषणों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाली साध्वी एक कांवड़ शिविर का उद्घाटन करने के लिए बागपत में थीं। उन्होंने समुदाय का नाम लिए बगैर ही उसके खिलाफ कई भड़काऊ बयान दे डाले। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद जो लोग देश में रह रहे हैं वे इंसानियत से रहे। यदि गुर्राए तो सहन नहीं किया जाएगा।
भगवान शिव का उल्लेख करते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि आप अपने एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में भाला उठा लो। यदि कोई आँख दिखाने की कोशिश करे तो भाले का इस्तेमाल करो। साध्वी प्राची ने कहा कि 'सबका साथ सबका विकास' वाले नारे को प्लॉप करने की साज़िश रची जा रही है। उन्होंने 'जय श्री राम' के नारे को बदनाम करते हुए फर्जी वीडियो बनाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ये सब हिंदुस्तान की छवि को ख़राब करने का षडयंत्र है।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि हरिद्वार में कांवड़ बनाने वाले लोग मुस्लिम है, अत: इनसे कांवड़ न खरीदी जाए। उन्होंने कांवड़ियों से उनका बहिष्कार करने की बात कही। अपने बयानों से 'जय श्री राम' के नाम पर मॉब लिंचिंग के खिलाफ पीएम मोदी को खुला पत्र लिखने वाली 49 फ़िल्मी हस्तियों को भी उन्होंने ठेंगा दिखा दिया।