चुनावी प्रचार के लिए पार्टियां जानी मानी हस्तियों और फ़िल्मी सितारों से प्रचार करवाती है ताकि जनता उन्हें वोट दे सके। आपको बता दे कि हाल ही में ममता बनर्जी की पार्टी ने एक ऐसे सितारे से चुनाव प्रचार करवाया है जो भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेशी है।

जी हाँ बांग्लादेशी स्टार फिरदौस पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे है और लोगो से वोट देने की अपील कर रहे है। फिरदौस अहमद मशहूर बांग्लादेशी एक्टर है। TMC ने रविवार को फिरदौस को रायगंज बुलाया। इसके बाद कारन दिघी से इस्लामपुर के बीच इन्होंने रोड शो भी किया। फिर भाषण भी दिया जिसमे फिरदौस अहमद ने चुनाव में तृणमूल पार्टी को वोट देने की बात कही।

अब सोचने वाली बात यह है की इस सख्श का भारतीय चुनाव से कुछ लेना देना नहीं है और ना ही यह भारत का नागरिक है। फिर इन्हे ममता बनर्जी की पार्टी TMC ने चुनाव के लिए क्यों निमंत्रण दिया? क्या ऐसा करने से आचार संहिता का उल्लंघन नहीं होता है? इसके लिए भारतीय कानून की क्या राय है वह एक विदेशी नागरिक को भारत में प्रचार कैसे करने दे सकती है?

बता दें कि मॉडल कॉड ऑफ़ कंडक्ट के अनुसार इसमें ऐसा कोई उल्लेख नहीं है की विदेशी नागरिक भारत में चुनाव प्रचार नहीं कर सकता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि ममता ने ऐसा क्यों किया क्या उनको भारतीय फिल्मस्टार नहीं मिल रहे थे?

इसके लिए बता दे की ममता बनर्जी यह बखूबी जानती है कि मुस्लिमों के वोट कैसे हासिल करना है? जानकारी दे दें कि पश्चिम बंगाल में ढाई करोड़ से भी अधिक मुस्लिम आबादी है। साथ ही मुस्लिम सीट भी यहाँ अधिक है। जिस क्षेत्र से बांग्लादेशी फिरदौस अहमद प्रचार कर रहे थे वह भी मुस्लिम आबादी वाला क्षेत्र है। मालदा और रायगढ़ बांग्लादेश से सटे हुए क्षेत्र हैं। जिस कारण यहाँ मुस्लिम आबादी अधिक है और ममता बनर्जी ऐसा करके आगामी लोकसभा के वोट हासिल करना चाहती है।