हर साल कुछ समय के लिए होने वाली पवित्र अमरनाथ यात्रा पर इस साल आतंकियों का खतरा शुरुआत से ही बना हुआ था। अब जब अमरनाथ यात्रा के कुछ ही दिन बचे थे तो जम्मू कश्मीर प्रशासन ने आतंकी हमले की संभावना को लेकर अमरनाथ यात्रा को समय से पहले खत्म करने को कहा है। जिसे सरकार द्वारा तत्काल प्रभाव से मान भी लिया गया है।

बताया जा रहा है कि अमरनाथ यात्रा के रास्ते में एक स्नाइपर गन बरामद हुई है। सूत्र बता रहे हैं की आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद कश्मीर में आतंकी हमले की साज़िश रच रहा है। खबर ऐसी भी है की कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादी घुस गए हैं।

पिछले कुछ हफ्ते से कश्मीर में सैन्य गतिविधियाँ भी बढ़ गई है।  इसका कारण बताया जा रहा है की शायद केंद्र सरकार  कश्मीर को लेकर जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है। इसमें 35 A को खत्म करने का भी निर्णय हो सकता है। इस कारण से  भी आतंकी संगठन कश्मीर में अव्यवस्था फैलाना चाहते हैं। इससे बचने के लिए अमरनाथ यात्रा को समय से पहले खत्म कर दिया गया है।

गौरतलब है की कश्मीर में स्थित बाबा अमरनाथ की यात्रा साल में एक बार की जाती है। इस पवित्र अमरनाथ गुफा को करीब सन 1850 में एक मुस्लिम चरवाहा बूटा मलिक ने ढूंढा था। माना जाता है कि इस पवित्र की गुफा की खोज के बाद एक सूफी संत ने इस चरवाहे को एक कोयले से भरी थैली दी थी जो बाद में सोना बन गयी थी। आज जब इस यात्रा को इतना समय हो गया है फिर उस मुस्लिम चरवाहे के वंशज को मंदिर में आये इस चढ़ावे का कुछ हिस्सा दिया जाता है। इस यात्रा के लिए दो मार्ग है पहला पहलगाम मार्ग जहाँ से अमरनाथ गुफा की दूरी 45 किमी है वही दूसरा मार्ग बालटाल से है जिसकी अमरनाथ गुफा से दूरी करीब 16 किमी है।