देश में हमेशा से VIP कल्चर देखने को मिलता है। राजनेता अपने आवागमन को सुगम बनाने के लिए अपने पद का दुरूपयोग करते आये है। इस कारण से कई बार आम जनता को परेशानी भी होती है जिसे ये राजनेता अनदेखा करते है। परन्तु जब से मोदी सरकार आई है तब से देश ये VIP कल्चर मानो खत्म सा हो गया है। मोदी सरकार ने सभी बड़े अधिकारियों, मंत्रियों को मिलने वाली लाल बत्ती को भी बंद कर दिया है। अब लगभग सभी नेता आम जनता के समान ही है। बीते दिन एक ऐसा ही वाक़या हुआ है जिसमे एक मंत्री ने अपनी सादगी दिखाते हुए मेट्रो में सफर किया और ट्रेन में जगह नहीं मिलने पर वे ट्रेन में बने पिलर के सहारे खड़े रहे।
मोदी सरकार में इसी कार्यकाल के दौरान बनाएं गए जल शक्ति मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए फ़रीदाबाद जाना था। इस यात्रा के लिए उन्होंने, मेट्रो से जाने का मन बनाया और वे इस सफर के लिए रवाना हो गए। गजेंद्र सिंह ने मेट्रो का सफर बड़ी सादगी के साथ किया। इस दौरान मेट्रो में बैठने के लिए जगह नहीं होने पर उन्होंने पिलर के सहारे आम आदमी की तरह सफर किया। कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वे मेट्रो से ही इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर दिल्ली से बाहर जाने की फ्लाइट पकड़ने के लिए गए थे।
उन्होंने अपनी इस यात्रा के बाद सोशल मीडिया पर मेट्रो स्टेशन की सफाई और इसके सफल जन परिवहन का उदाहरण बता कर इसकी तारीफ़ करते हुए पोस्ट भी की थी।
जब उनसे पूछा गया की वे मंत्री होकर मेट्रो में सफर कर रहे है तो इस पर उन्होंने जवाब दिया "हां मैं एक मंत्री हूँ तो क्या हुआ। क्या मैं मेट्रो से सफर नहीं करता, यह बहुत ही मजेदार सफर रहा।"
ग़ौरतलब है कि गजेंद्र सिंह शेखावत पिछली मोदी सरकार में 4 लाख से अधिक वोटों से जीतकर आये थे। उन्हें पिछली सरकार में कृषि राज्य मंत्री बनाया गया था और अब वे जल शक्ति मंत्री है। गजेंद्र सिंह राजस्थान में जन्मे है और उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी पढाई पूर्ण की है।