प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहाँ एक तरफ स्वच्छता अभियान के अंतर्गत देश भर में शौचालय (Toilet ) बनवा रहे है। ताकि लोग गंदगी से दूर रहे और स्वस्थ रहे। वही दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में कुछ लोग स्वच्छता अभियान के अंतर्गत बनाए जाने वाले शौचालयों का उपयोग किचन के रूप में कह रहे है। वहां शौचालयों में आंगनबाड़ी ने बच्चों के लिए खाना बनाया जा रहा है। इसी को लेकर मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने विवादित बयान दिया है।

दरअसल, शिवपुरी के करैरा जिले के एक आंगनबाड़ी के शौचालय का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए किया जा रहा है। यहाँ एक शौचालय में LPG सिलेंडर का इस्तेमाल कर स्टोव पर खाना बनाया जा रहा है।Toilet की सीट पर यहाँ बर्तन रखे हुए है। यहाँ पर आंगनबाड़ी के छोटे बच्चों के लिए मिड डे मील बनाया जा रहा है। इस मामले में जब बाल विकास मंत्री इमरती देवी से पूछा गया तो उन्होंने कहा की इसमें क्या गलत है।

उन्होंने कहा की शौचालय की जिस सीट पर खाने के बर्तन रखे है उस सीट का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। उसे बंद किया हुआ था। इमरती देवी ने आगे कहा- शौचालय के अंदर खाना बनाने में समस्या नहीं है, अगर टॉयलेट शीट और स्टोव के बीच विभाजन हो। आपको समझना होगा की इस तरह का विभाजन आज भी है।

उन्होंने ने कहा यहां तक कि हमारे घरों में भी इस तरीके का विभाजन है। हमारे घरों में शौचालय और बाथरूम साथ में जुड़े हुए है।अगर हमारे रिश्तेदार घर में अटैच टॉयलेट-बाथरूम होने के कारण खाने से मना कर दें तो आप क्या कहेंगे?

इसके बाद खबर है की इस मामले में आँगनवाड़ी सुपरवाइजर और इसमें शामिल कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।