पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। देश और दुनिया में वह एक कुशल वक्ता के तौर पर लोकप्रिय रहीं। सुषमा स्वराज के निधन से केवल बीजेपी ही नहीं, बल्कि विरोधी दलों के नेता भी स्तब्ध है। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने को लेकर संसद के दोनों सदनों में बिल पास हो गया है। लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएँ जाहिर कर रहे है वही निधन से तीन घंटे पहले ही सुषमा स्वराज ने भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के विषय में ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि, 'मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।'
प्रधान मंत्री जी - आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी. @narendramodi ji - Thank you Prime Minister. Thank you very much. I was waiting to see this day in my lifetime.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 6, 2019
उनके निधन की खबर के बाद से ही लोग बार-बार उनके आखिरी ट्वीट को पढ़ रहे है। बता दें कि सुषमा स्वराज को एम्स ले जाने से तीन घंटे पहले ही एक ट्वीट किया गया था। इस विधेयक के पारित होने पर उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया था और कहा, 'प्रधानमंत्री जी-आपका हार्दिक अभिनंदन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।'
बता दें कि मंगलवार देर रात एम्स में सुषमा का निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्होंने इस बार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। परन्तु उनका लोकसभा क्षेत्र विदिशा से बीजेपी उम्मीदवार का प्रचार करने पहुंची थीं। वह अस्वस्थ होने के बावज़ूद भी सरकार के फैसले पर लगातार नजर रखती थीं और हौसला अफजाई भी करती थी।
देश से बाहर रह रहे इंडियन डायस्पोरा के मन में विदेश मंत्री रह चुकी सुषमा ने एक विशेष स्थान बनाया था वह इसलिए क्योंकि वह बिना देरी के उनकी समस्याओं को हल कर देती थीं। कुलभूषण जाधव मामले को सुषमा के विदेश मंत्री पद पर ही अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में उठाया था। जिसमे हाल ही में भारत को सफलता मिली है।